नई दिल्लीः दिगंबर जैन मुनि तरुण सागर का शनिवार को सुबह निधन हो गया है. इनकी उम्र 51 साल थी. वे अपने प्रवचनों और कड़वे वचनों को लेकर चर्चा में रहते थे. काफी दिनों से वे पीलिया से जूझ रहे थे, जिसके कारण उन्हें काफी कमजोरी हो गई थी. बता दें, इन्होंने अपना इलाज कराने से भी इनकार कर दिया था.
जैन मुनि तरुण सागर एक दिगंबर मुनि थे. इन्होंने अपने एक इंटरव्यू में कहा था- मैं नग्न रहता हूं और दिगंबर अवस्था में रहता हूं. दुनिया को ये समझना जरूरी है कि दिगंबर मुनि आखिर होता क्या है?
कौन होते हैं दिगंबर मुनि
जैन धर्म दो भागो में बंटा गया है. दिगंबर और श्वेतांबर. एक वो जो सफेद कपड़े पहनने के साथ मुंह पर सफेद कपड़ा धारण करते हैं और दूसरे वो जो निर्वस्त्र होते हैं. जो निर्वस्त्र होते हैं वह दिगंबर होते हैं. कहा जाता है इस धर्म में लोगों को भोजन हाथ में ही लेकर करना होता है.
धार्मिक परंपराओं के मुताबिक जब दिगंबर मुनि बूढ़े हो जाते हैं और खड़े होकर भोजन नहीं कर पाते हैं तो उस समय ये लोग अन्न- जल का त्याग कर देते हैं. इस धर्म में खड़े होकर खाना, खाना इस धर्म की खासियत मानी जाती है.
इसके साथ ही मान्यता है कि इस धर्म के लोग जमीन के नीचे उगने वाली सब्जियों का सेवन नहीं करते ये केवल उन्हीं सब्जियों का सेवन करते हैं जो जमीन के ऊपर उगती हैं.