पाकिस्तान चार वर्ष बाद ‘FATF’ की ग्रे लिस्ट से बाहर आ गया है. टेररिज्म फंडिंग और वित्तीय अनियमितता पर नकेल कसने वाला आर्गनाइजेशन फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने नापाक मुल्क पाकिस्तान को चार वर्ष बाद ग्रे लिस्ट (Grey list) से बाहर का राष्ट्र दिखा दिया है. गौरतलब है कि पाकिस्तान को चार वर्ष पूर्व साल 2018 से ‘FATF‘ की ग्रे लिस्ट में डाला था. FATF की ओर से पाकिस्तान को ‘ग्रे लिस्ट’ से बाहर किए जाने के निर्णय पर हिंदुस्तान की प्रतिक्रिया आई है
विदेशी मामलों के मंत्रालय ने कहा विश्व को इस बात को लेकर साफ होना चाहिए कि पाकिस्तान को आतंकवाद के विरुद्ध ‘विश्वसनीय, सत्यापन योग्य और अपरिवर्तनीय’ कार्रवाई जारी रखनी होगी. पेरिस स्थित FATF टेररिज्म फंडिंगऔर मानी लांड्रिंग पर नजर रखने वाली ग्लोबल आर्गनाइजेशन है. उसकी ‘ग्रे लिस्ट’ में बढ़ी हुई निगरानी के अधीन मुल्क शामिल होते हैं.
Our response to media queries on Pakistan and the FATF "Grey List"https://t.co/JDQQMeCMi2 pic.twitter.com/TxgCAQiRMJ
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) October 21, 2022
फॉरेन मिनिस्ट्री के स्पोकपर्सन अरिंदम बागची ने कहा, ‘यह ग्लोबल हित में है कि विश्व इस बात को लेकर साफ रहे कि पाकिस्तान को अपने कंट्रोल वाले इलाकों से होने वाली आतंकवादी गतिविधियों और टेररिज्म फंडिंग के विरुद्ध विश्वसनीय, सत्यापन योग्य, अपरिवर्तनीय और लगातार कार्रवाई जारी रखनी होगी.’ उन्होंने कहा, ‘FATF की निगरानी के फलस्वरूप पाकिस्तान 26/11 को मुंबई में पूरे इंटरनेशनल कम्युनिटी के विरुद्ध हुए हमलों में संलिप्त गुनहगारों सहित कई कुख्यात टेरेरिस्ट के विरुद्ध कुछ एक्शन लेने के लिए मजबूर हुआ है.’