Flower valley in india:हेरिटेज साइट फ्लॉवर वैली आज यानी 31 अक्टूबर को शीतकाल में सैलानियों के लिए बंद कर दी जाएगी। फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने इसको लेकर तैयारियां पूरी कर ली है। इस वर्ष घाटी में 20,827 सैलानी पहुंचे, जिसमें 280 फॉरेन टूरिस्ट भी शामिल हैं। यह अब तक घाटी में पहुंचने वाले सैलानियों का सर्वाधिक रिकॉर्ड है।
इस वर्ष फूलों की घाटी में रिकॉर्ड टूरिस्ट आए जिससे फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने 31 लाख से अधिक की आमदनी की है। 87.5 वर्ग किलो मीटर में फैली फूलों की घाटी रंग बिरंगे फूलों और प्राकृतिक सौंदर्यता के लिए विश्व प्रसिद्ध है। यहां के स्लोप ट्यूरिस्ट्स को बेहद आकर्षित करते हैं। घाटी पर्यटकों के लिए एक जून को खोली गई थी।
वैली में जुलाई से अक्तूबर तक 300 से अधिक भिन्न- भिन्न प्रजाति के फूल खिलते हैं। यहां पोटोटिला, प्रिम्यूला, एनीमोन, एरिसीमा, एमोनाइटम, ब्लू पॉपी, मार्स मेरी गोल्ड, ब्रह्म कमल, फैन कमल जैसे कई फूल खिले रहते हैं।
घाटी में रेयर स्पेसिस के जीव जंतु, वनस्पति व जड़ी बूटियों का समागम है। अनेक प्रकार के फूल होने पर यहां तितलियों का भी जुमावड़ा रहता है। इस वैली में कस्तूरी मृग, मोनाल, हिमालय का काला भालू, गुलदार, हिम तेंदुआ का भी दीदार करने को मिलता है।