जयपुर: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार यानी आज राजस्थान के बांसवाड़ा जनपद के मानगढ़ धाम की यात्रा पर हैं। यहां उन्होंने वर्ष 1913 में ब्रिटिश आर्मी की गोलीबारी में जान गवाने वाले आदिवासियों समाज के लोगों को भावभीनी श्रद्धांजलि भी अर्पित की है। इसके अतिरिक्त उन्होंने मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक का दर्जा देने का ऐलान किया है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान और गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल उपस्थित रहे।
Prime Minister Narendra Modi, along with Rajasthan CM Ashok Gehlot, Gujarat CM Bhupendra Patel and Madhya Pradesh CM Shivraj Singh Chouhan, attend the 'Mangarh Dham ki Gaurav Gatha’ programme in Banswara, Rajasthan. pic.twitter.com/oHzqiXsZDY
— ANI (@ANI) November 1, 2022
दरअसल नरेंद्र मोदी स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम आदिवासी लोगों और शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए आयोजित हुए सार्वजनिक समारोह ‘मानगढ़ धाम की गौरव गाथा’ में हिस्सा लेने यहां आए हैं। उन्होंने इस इवेंट में भील स्वतंत्रता सेनानी श्री गोविंद गुरु को भी श्रद्धांजलि अर्पित की .
The struggle & sacrifice of tribal community didn't get their rightful place in history written after independence. Today, the country is rectifying that decades-old mistake. India's past, present & future is not complete without the tribal community: PM in Banswara, Rajasthan pic.twitter.com/wp3ieOJxrQ
— ANI (@ANI) November 1, 2022
Every step of our freedom struggle, pages of history are filled with tribal valour: Prime Minister Narendra Modi at Mangarh Dham ki Gaurav Gatha’ in Banswara, Rajasthan pic.twitter.com/0KIaQXH3Tz
— ANI (@ANI) November 1, 2022
गौरतलब है कि मानगढ़ की पहाड़ी भील समुदाय और राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश की अन्य जनजातियों के लिए एक खास महत्व रखती है। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान यहां भील और समुदायों ने काफी वक्त तक अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी थी। श्री गोविंद गुरु के मार्गदर्शन में 17 नवंबर 1913 को 1.5 लाख से ज्यादा भीलों समुदाय के लोगों ने मानगढ़ पहाड़ी पर बैठक की थी। इस बैठक पर अंग्रेजों ने गोलियां बरसा दीं, जिसमें तकरीबन 1,500 आदिवासियों की मौत हो गई थी।