रविवार को समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्या ने रामचरितमानस को लेकर विवादित बयान दे दिया. उन्होंने रामचरितमानस के रचयिता को अप्रत्यक्ष तौर पर ढोंगी बताया और कुछ चौपाइयों का सन्दर्भ देते हुए उन्हें तुलसी के रामचरितमानस से बाहर करने की बात कही. स्वामी प्रसाद मौर्या के इस बयान के बाद सियासी गलियारों में बवाल मचा हुआ है.
इसी क्रम में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने स्वामी प्रसाद मौर्या के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. स्वामी प्रसाद मौर्या के रामचरितमानस वाले बयान पर भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनका बयान समाजवादी पार्टी का एजेंडा है. राकेश त्रिपाठी ने स्वामी प्रसाद मौर्या और सपा पर तुष्टिकरण का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्या हिंदुओं को अपमानित करने के लिए जानबूझकर रामचरितमानस का अपमान कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वो जब तक भाजपा में थे, बदजुबानी नहीं करते थे. उनका बयान समाजवादी पार्टी का एजेंडा है जो तुष्टिकरण और हिंदुओं को अपमानित करने के लिए जानबूझकर किया जा रहा है. स्वामी के बयान का खामियाजा सपा को भुगतना पड़ेगा. चुनावों में जनता ईवीएम का बटन दबाकर जवाब देगी.