Monday, October 7, 2024

आर्यन खान मामले में बुरे फंसे समीर वानखेड़े, मांगी थी 25 करोड़ रुपये की रिश्वत!

कॉर्डेलिया क्रूज ड्रग्स मामले में शाहरुख खान  के बेटे आर्यन खान को गिरफ्तार करने वाले नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के पूर्व अधिकारी समीर वानखेड़े  की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। सीबीआई  ने समीर वानखेड़े के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है। वानखेड़े पर आरोप है कि उन्होंने बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन को क्रूज ड्रग मामले में नहीं फंसाने के बदले कथित तौर पर 25 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगी थी।

एनसीबी के विशेष जांच दल द्वारा जब आर्यन खान मामले की जांच की गई तो चौंका देने वाले खुलासे हुए। आरोप है कि एनसीबी की तरफ से गोसावी ने शाहरुख से 25 करोड़ की रिश्वत मांगी थी। आर्यन को इस केस से सुरक्षित निकालने के लिए शाहरुख से 25 करोड़ की डिमांड की थी। लेकिन डील 18 करोड़ रूपये में फाइनल हुई।
समीर वानखेड़े पर लगे आरोपों की जांच वरिष्ठ एनसीबी अधिकारी ज्ञानेश्वर सिंह की अगुवाई वाली एनसीबी विजिलेंस टीम ने की और पिछले साल रिपोर्ट डायरेक्टर को सौंपी। जिसमें आरोप लगाया था कि वानखेड़े और उनकी टीम के कुछ अधिकारियों ने क्रूज ड्रग मामले में गिरफ्तार किए गए आर्यन खान केस में भारी अनियमितता बरती। आर्यन को हिरासत में लेने के बाद उसका फोन तक जब्त नहीं किया गया था। जांच रिपोर्ट में कहा गया कि वानखेड़े ने अपनी विदेश यात्रा के संबंध में स्पष्ट जानकारी नहीं दी है।
सीबीआई द्वारा दायर मामले में कहा गया है कि किरण गोसावी और सैमुअल डिसूजा ने समीर वानखेड़े के कहने पर अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन को छोड़ने करने के लिए उसके परिवार से 25 करोड़ रुपये की मांग की थी। बाद में शाहरुख खान की मैनेजर पूजा ददलानी के साथ 18 करोड़ रुपये में समझौता हुआ था। इसमें से 50 लाख रुपये भी गोसावी और डिसूजा ने ले लिए थे। हालांकि, जब गोसावी की तस्वीर आर्यन के साथ वायरल हुई और उनके एनसीबी अधिकारी नहीं होने का खुलासा हुआ तो आर्यन को छोड़ने की डील फेल हो गई। भंडाफोड़ होने पर पूजा ददलानी को 50 लाख रुपये में से कथित तौर पर 38 लाख वापस कर दिए और 12 लाख यह कहते हुए वापस नहीं किये कि ये पैसा समीर वानखेड़े के पास पहुंच चुका है।
सीबीआई की प्राथमिकी के अनुसार, मामले में स्वतंत्र गवाह केपी गोसावी तथा प्रभाकर सैल को वानखेड़े के निर्देश पर क्रूज पर 2 अक्टूबर 2021 को मारे गए छापे में एनसीबी ने शामिल किया था। प्रभाकर सैल की मौत हो चुकी है। प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि आर्यन को छोड़ने के लिए गोसावी तथा डिसूजा ने राशि पर बातचीत की और इसे घटा कर 18 करोड़ रुपये किया। साथ ही उन्होंने 50 लाख रुपये अग्रिम राशि के तौर पर ले भी लिए थे

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