कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद राहुल गांधी इस समय अमरीका के दौरे पर हैं। राहुल का यह अमरीका दौरा दस दिन का रहेगा। अपने दस दिवसीय दौरे के दौरान राहुल अमरीका में कुछ जगहों पर अलग-अलग कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। इसी के चलते राहुल ने आज, गुरुवार, 1 जून की सुबह (कैलिफोर्निया के समयानुसार, बुधवार, 31 मई की रात कैलिफोर्निया के स्टैनफोर्ड में स्थित स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में छात्रों को संबोधित किया और छात्रों से कई विषयों पर बात की।
राहुल ने यूनिवर्सिटी छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में सिर्फ कांग्रेस ही नहीं, पूरा विपक्ष संघर्ष कर रहा है। राहुल ने कहा कि विपक्षी दल भारत में लोकतंत्र की लड़ाई लड़ने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
राहुल ने छात्रों को संबोधित करते हुए अपनी सांसदी रद्द होने पर भी बात की। राहुल ने कहा कि जब उन्होंने राजनीति में शामिल होने का फैसला लिया था तब उन्होंने इस बात की कल्पना भी नहीं की थी कि उनकी सांसदी रद्द होना संभव होगा। पर राहुल ने इसे लोगों की सेवा करने का एक बड़ा अवसर बताया।
राहुल ने छात्रों को संबोधित करते हुए भारत-चीन संबंधों पर भी बात की। राहुल ने दोनों देशों के वर्तमान संबंधों को कठिन बताया। राहुल ने चीन के भारत के कुछ हिस्सों पर कब्ज़ा करने का भी ज़िक्र करते हुए कहा कि भारत को धकेला नहीं जा सकता।
राहुल ने छात्रों को संबोधित करने के बाद सिलिकॉन वैली के स्टार्टअप एंटरप्रेन्यॉर्स से भी बात की। राहुल ने कहा कि देश में डाटा प्राइवेसी की समस्या है। इसके साथ ही राहुल ने अपना फोन कान के लगाते हुए “हेलो मोदी जी!” कहते हुए पीएम मोदी और सरकार पर फोन टैपिंग का आरोप भी लगाया।
राहुल ने कहा कि अगर उनके फोन को टाइप किया जाता है तो वह कुछ नहीं कर सकते। राहुल का मानना है कि वह जो भी काम करते हैं, सरकार के पास उसकी खबर होती है। राहुल ने इसे गलत बताते हुए कहा कि देश में डाटा सेफ्टी और सिक्योरिटी के लिए सही नियम होने चाहिए।