बिहार में इस समय 1.70 लाख शिक्षक के पदों पर भर्ती हो रही है। इसके लिए बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने शुक्रवार को परीक्षा की तिथि का एलान किया है। साथ ही नई गाइडलाइन जारी की है। इसमें उसने बताया कि परीक्षा कब आयोजित की जाएगा। इसके साथ ही BSTC और B.Ed विवाद पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसला का भर्ती पर क्या असर होगा।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद शुक्रवार को बीपीएससी के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने परीक्षा को लेकर नई गाइडलाइन जारी किया हैं। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया नई शिक्षक नियमावली के तहत होने वाली शिक्षक भर्ती के लिए 24, 25 और 26 अगस्त को ही परीक्षा होगी। इसके साथ ही उन्होंने अभ्यर्थियों को बड़ी राहत देते हुए कहा कि परीक्षा में निगेटिव मार्किंग नहीं होगी।
BSTC और B.Ed विवाद पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर आयोग के अध्यक्ष ने बताया कि बिहार में शिक्षक नियुक्ति भर्ती के लिए जिन अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है, वे सभी कैंडिडेट परीक्षा में शामिल होंगे। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के बीएड के अभ्यर्थियों को लेकर दिए गए फैसले का इस परीक्षा पर कोई असर नहीं होगा। फिलहाल बीएड अभ्यर्थियों को सिर्फ परीक्षा में शामिल होने का अधिकार मिला है।
आयोग परीक्षा के दौरान किसी की पात्रता की जांच नहीं करता है। डॉक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन के दौरान सारी डिटेल्स चेक की जाएगी। साथ ही कहा कि जिन लोगों को बीएड के आधार पर नौकरी मिल गई है, उनकी नौकरी भी सुरक्षित है।
अतुल प्रसाद ने बताया कि शिक्षक भर्ती परीक्षा का रिजल्ट दो चरणों में जारी किया जाएगा। बीएड और CTET पास कर चुके अभ्यर्थियों का रिजल्ट दूसरे चरण में जारी होगा, जबकि बाकी सभी का पहले चरण में जारी कर दिया जाएगा। माध्यमिक और उच्च माध्यमिक वाले अभ्यर्थियों का रिजल्ट भी पहले ही चरण में जारी होगा। परीक्षा परिणाम आने के बाद सितंबर के अंतिम हफ्ते में डॉक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि बीएड और डिप्लोमा वाले अभ्यर्थियों को भी मौका दिया जाएगा।