नई दिल्ली| संयुक्त वाम गठबंधन ने रविवार को जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ (जेएनयूएसयू) चुनाव में सभी चार शीर्ष पदों पर जीत हासिल करते हुए प्रमुख प्रतिद्वंद्वी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) को बहुत पीछे छोड़ दिया। जेएनयूएसयू चुनाव समिति ने बताया कि वाम मोर्चा के उम्मीदवार एन. साई बालाजी, सारिका चौधरी, एजाज अहमद राथर और अमुथा को क्रमश: अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव और संयुक्त सचिव पद के लिए चुना गया है।
इस साल के वार्षिक छात्रसंघ चुनाव के लिए शुक्रवार को कुल 5,170 वोट पड़े। मतदान का आंकड़ा 70 फीसदी रहा, जो पिछले साल 58.69 फीसदी से कहीं अधिक है।
सारिका चौधरी ने सर्वाधिक वोट हासिल किए और बड़े अंतर से जीत दर्ज की। 2,692 वोटों के साथ वह अभाविप की गीता श्री से 1,679 मतों से आगे रहीं।
अध्यक्ष के पद पर बालाजी ने अभाविप के ललित पांडे से 1,189 मतों के अंतर से जीत दर्ज की, जिन्हें 972 मत ही मिले थे।
वामपंथी राथर (महासचिव) और जयदीप (संयुक्त अध्यक्ष) को क्रमश: 2,423 व 2,047 वोट मिले। उन्होंने अभाविप के गणेश (1,235) और वेंकट चौबे (1,290) को पराजित किया।
वामपंथी गठबंधन में आल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (आइसा), स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई), डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स फ्रंट (डीएसएफ) और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (आईएसएफ) शामिल हैं।
अध्यक्ष पद पर आइसा, उपाध्यक्ष पद पर डीएसएफ, महासचिव पद पर एसएफआई और संयुक्त सचिव पर पर एआईएसएफ से उम्मीदवार खड़े किए गए थे।
बिरसा अंबेडकर फुले स्टूडेंट एसोसिएशन (बीएपीएसए) को अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और महासचिव पद की दौड़ में तीसरा स्थान मिला है। एनएसयूआई संयुक्त सचिव पद की दौड़ में तीसरा रनर-अप रहा है।