एमपी में बारिश और बाढ़ का कहर जारी है। नर्मदा में आई बाढ़ से बड़वानी और धार के कई गांव टापू बन चुके हैं। बड़वानी में नर्मदा खतरे के निशान से 18 मीटर ऊपर बह रही है। इंदौर के साथ उज्जैन में भी सोमवार को स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है।
पिछले 4 दिनों से लगातार और तेज बारिश से प्रदेशभर की नदियां उफान पर हैं। नर्मदा के साथ चंबल, बेतवा, ताप्ती, शिप्रा, गंभीर, काली सिंध सहित सभी नदियां उफना रहीं हैं। नर्मदा की बाढ़ के कारण धार व बड़वानी के कई गांव पानी में डूब चुके हैं। लोगों को बचाने के लिए राहत और बचाव कार्य चल रहे हैं।
झाबुआ के थांदला में तालाब फूट गया। इसमें एक ही परिवार के 8 लोग बह गए जिनमें से 3 लोगों के शव मिल गए हैं। कई लोगों को तालाब फूटने की आशंका थी और वे घर छोड़कर चले गए थे लेकिन कुछ सदस्य रुके रहे। इन लोगों में से 8 बह गए। घरेलू जानवर, और वाहन के साथ घरों में रखा अनाज भी बह गया।
रविवार को भी प्रदेश में 10 जिलों में जोरदार बारिश हुई। पहले से ही बाढ़ के हालातों का सामना कर रहे धार, उज्जैन व इंदौर में भी बारिश हुई। उज्जैन में बाढ़ में घिरी एक गर्भवती महिला को हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू किया गया। यहां के निचले इलाकों में अब भी पानी भरा है, इंदौर में भी ऐसी ही स्थिति है। इंदौर के साथ उज्जैन में भी सोमवार को स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है।
बड़नगर में चामला नदी में उफान आ गया है। यहां मोटर बोट के साथ हेलिकॉप्टर से भी लोगों को बचाया गया। करीब 400 लोगों का रेस्क्यू किया गया। बारिश से रतलाम रेल मंडल दिल्ली – मुंबई का अप ट्रैक बंद हो गया। पंच पिपलिया और अमरगढ़ के मध्य ट्रैक की मिट्टी बह जाने से रतलाम होकर जाने वाली 28 ट्रेनों को डायवर्ट किया गया।
उज्जैन में हालात अभी भी बिगड़े हैं। बाढ़ से घिरे 1000 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। यहां के स्वामीनारायण मंदिर में भी पानी भर गया जिसके बाद ढाई दर्जन श्रद्धालुओं को निकाला गया। धार के आधा दर्जन गांवों में सरकार सरोवर का बैकवॉटर घुसा।
खंडवा में इंदौर इछावर हाईवे पर मोरटक्का ब्रिज बंद है। यहां नर्मदा का जलस्तर बढ़ने से पुल बंद किया गया है। इधर नहर फूट जाने से बड़वानी सेंधवा स्टेट हाईवे बंद हो गया है। यहां बड़वानी के पास सजवानी गांव में नहर फूट गई। इधर बड़वानी में नर्मदा खतरे के निशान से 18 मीटर ऊपर बह रही है। कई गांवों में नर्मदा का पानी भर चुका है। भवति गांव में बाढ़ से परेशान लोगों ने सरकार के खिलाफ नारे लगाए।