भारत और कनाडा के संबंधों को हाल ही में एक झटका लगा है। इसकी वजह है दरअसल कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा में रह रहे खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंसियों का बताते हुए भारत पर झूठा आरोप लगाया है। ट्रुडो ने कनाडा की संसद में संबोधन के दौरान भारत पर बिना मतलब का आरोप लगाया और भारत की आलोचना की। साथ ही कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने सोमवार को एक भारतीय राजनयिक को भी इस मामले में निष्कासित कर दिया था। ऐसे में भारत ने कनाडा के साथ ‘जैसे का तैसा’ करते हुए कनाडा के एक सीनियर राजनयिक ओलिवियर सिल्वेस्टेर को बर्खास्त करते हुए 5 दिन में देश छोड़ने के लिए कहा है।
कौन था खालिस्तानी आतंकी निज्जर
हरदीप सिंह निज्जर कनाडा में रहने वाला खालिस्तानी आतंकवादी था। इसी साल निज्जर की कनाडा में ब्रिटिश कोलंबिया में अज्ञात बाइक सवारों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। निज्जर खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) का चीफ था और कई सालों तक निज्जर ने दूसरे खालिस्तानी समर्थकों के साथ मिलकर भारत के खिलाफ जहर उगला है। अक्सर ही निज्जर भारत विरोधी मामलों में कनाडा में खालिस्तान समर्थकों से जनमत संग्रह कराकर भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम देता था। इसके तहत निज्जर के संगठन ने 2021 में पंजाब के जालंधर में एक हिंदू पुजारी की भी हत्या करवाई थी। अपनी हत्या से पहले निज्जर ने कनाडा में ही कई भारत और हिंदू विरोधी गतिविधियों में हिस्सा लिया है।
निज्जर की हत्या क्यों हुई इस बात के सही कारण का तो खुलासा नहीं हुआ है। हालाँकि कुछ लोग कर रहे हैं कि निज्जर की हत्या जून 1985 में एयर इंडिया बम विस्फोट के आरोपी रिपुदमन सिंह मलिक, जिसकी सरेआम दो बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी, की हत्या का बदला लेने के लिए की गई है। लोगों का कहना है कि मलिक की हत्या में निज्जर का हाथ था।।