दिवाली से पहले देश की राजधानी दिल्ली की हवा जहरीली हो गई है। राजधानी गैस चैंबर बन गई है। प्रदूषण के कारण खुली हवा में सांस लेना मुश्किल हो गया है। राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) बुधवार, 1 नवंबर की सुबह 336 दर्ज किया गया। इस सप्ताह लगातार तीसरे दिन हवा की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आ गई। SAFAR-इंडिया के अनुसार, शहर का AQI रविवार (309) से ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, AQI सोमवार को 322 और मंगलवार को 327 दर्ज किया गया था।
मयूर विहार के पास सुबह की सैर करने वाले एक व्यक्ति ने कहा कि गर्मी के महीनों की तुलना में अब प्रदूषण के कारण दौड़ते समय सांस लेने में थोड़ी असुविधा महसूस होती है। हमें सावधान रहने और सभी सावधानियां बरतने की जरूरत है। दिल्ली विश्वविद्यालय क्षेत्र और पूसा में आज सुबह 7 बजे AQI के साथ हवा की गुणवत्ता क्रमशः 391 और 311 के साथ ‘बहुत खराब’ दर्ज की गई।
बुधवार सुबह साढ़े सात बजे तक दिल्ली के कुछ इलाकों में AQI 400 के पार रिकॉर्ड किया गया। ज्यादातर इलाकों में AQI 300 के पार पहुंच गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, आज सुबह 8 बजे के करीब दिल्ली के आनंद विहार इलाके में AQI 423 दर्ज हुआ। इसके अलावा बवाना में भी AQI 400 के पार हो गया। यह गंभीर श्रेणी में आता है।
आईआईटी दिल्ली क्षेत्र में भी हवा की गुणवत्ता 329 एक्यूआई के साथ बहुत खराब श्रेणी में रही। हवाई अड्डे (टी3) और मथुरा रोड पर हवा की गुणवत्ता भी क्रमश: 339 और 362 एक्यूआई के साथ बहुत खराब श्रेणी में रही। बता दे कि 0 से 100 तक AQI को अच्छा माना जाता है, जबकि 100 से 200 तक मध्यम, 200 से 300 तक खराब, 300 से 400 तक बहुत खराब और 400 से 500 या इससे ऊपर AQI को गंभीर माना जाता है।