दुनियाभर में चीन का सामान बिकता है। पर ज़्यादा प्रॉफिट के लिए चीन सस्ती क्वालिटी का नकली माल भी बेचता है। नकली माल बनाने में तो चीन को जैसे महारत हासिल है। कई सारे चाइनीज़ माल की क्वालिटी काफी खराब होती है और इसे ऐसे बनाया जाता है जिससे यह लगे तो असली माल जैसा ही, पर इसमें लागत कम लगती है और यह अच्छा और टिकाऊ भी नहीं होता। पहले तो चीन इलेक्ट्रॉनिक्स और प्लास्टिक के माल को ही नकलीपन के साथ पेश करता था पर अब तो खाने की चीज़ों में भी चीन ने ऐसा करना शुरू कर दिया है। इसका लेटेस्ट उदाहरण है चीन का नकली लहसुन, जो दुनिया के कई देशों में बिक रहा है। इनमें भारत भी शामिल है।
चीन का नकली लहसुन स्वास्थ्य के लिए काफी खतरनाक होता है। दिखने में तो यह नकली लहसुन असली लहसुन की ही तरह लगता है, पर इसे नाली के पानी से सींचा जाता है। वहीं लीड और दूसरे मेटल के माध्यम से इसे जल्द तैयार किया जाता है। साथ ही इसकी सफेदी बढ़ाने के लिए इसे क्लोरीन से ब्लीच किया जाता है। इसे खाने से स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।
अमेरिका में एक सीनेटर रिक स्कॉट ने वाणिज्य सचिव को पत्र लिखकर चीन के नकली लहसुन की जांच की मांग की है। रिक ने इसे दुनियाभर के लिए असुरक्षित बताया है। चीन ताज़ा और ठंडे लहसुन के सबसे बड़े निर्यातकों में से एक है और अमेरिका भी चीन से लहसुन खरीदता है। रिक के अनुसार मार्केट में सस्ती दर पर अपना नकली लहसुन बेचकर चीन प्रॉफिट तो कमाना चाहता है ही, साथ ही मार्केट पर अपनी पकड़ भी बढ़ाना चाहता है।
चीन के नकली लहसुन की पहचान करने का एक आसान सा तरीका है। असली लहसुन पर कुछ धब्बे होते हैं तो वहीं चीन का नकली लहसुन पूरी तरह से सफेद होता है।