कैश फॉर क्वैरी में अपनी संसद सदस्यता गंवा चुकी महुआ मोइत्रा ने सुप्रीम कोर्ट में लोकसभा अध्यक्ष के फैसले को चुनौती दी है। पूर्व सांसद की याचिका पर बुधवार को सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि महुआ मोइत्रा के लोकसभा से निष्कासन को चुनौती देने वाली याचिका को सूचीबद्ध करने पर CJI डीवाई चंद्रचूड़ फैसला लेंगे। बता दें कि महुआ पर पैसे लेकर संसद में प्रश्न पूछने का आरोप है।
महुआ की याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट के जज संजय किशन कौल और सुधांशु धूलिया की पीठ ने कहा कि मोइत्रा की याचिका को तत्काल सूचीबद्ध करने की अपील की गई थी। जज कौल ने वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक सिंघवी से कहा कि इस पर फैसला सीजेआई लेंगे।
टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा ने लोकसभा से अपने निष्कासन को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता को रद्द कर दिया गया है। उन्हें एक कारोबारी से उपहार और अवैध रिश्वत लेने का दोषी ठहराया गया था। लोकसभा की आचार समिति ने उस रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया है, जिसमें मोइत्रा को पैसे लेकर सवाल पूछने’ के मामले में अनैतिक और अशोभनीय आचरण का जिम्मेदार माना गया था। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने 8 दिसंबर को संसद में रिपोर्ट पेश की थी।