प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्षद्वीप दौरे के बाद उन्हें मालदीव के मंत्रियों के द्वारा ट्रोल करने पर विदेश मंत्रालय ने कड़ा रुख अपनाया है। मंत्रालय ने आज राजदूत राजदूत इब्राहिम शाहीब को तलब किया। विदेश मंत्रालय की तरफ से तलब किए जाने के बाद शाहीब साउथ ब्लॉक में मौजूद विदेश मंत्रालय कार्यालय पहुंचे। बता दें कि अब तक इस मामले में मालदीव ने तीन मंत्रियों को सस्पेंड कर दिया है।
वहीं, मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने भारत के समर्थन में मोहम्मद मुइज्जू सरकार को जमकर घेरा और माफी मांगने का सुझाव दिया है। वहीं, मालदीव के इस हरकत के बाद भारत में #boycottmaldives ट्रेंड करने लगा है।
#WATCH | Ibrahim Shaheeb, Maldives Envoy exits the MEA in Delhi's South Block.
He had reached the Ministry amid row over Maldives MP's post on PM Modi's visit to Lakshadweep. pic.twitter.com/Dxsj3nkNvw
— ANI (@ANI) January 8, 2024
बता दें कि पीएम मोदी के लक्षद्वीप दौरे पर की गई टिप्पणियों पर भारत सरकार ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। इसके साथ ही यह टिप्पणी मालदीव को घाटे का सौदा साबित होने लगा है। कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीएम मोदी पर टिप्पणी से नाराज करीब चार हजार भारतीयों ने मालदीव में होटल बुकिंग रद करा दीं। तीन हजार हवाई टिकटें रद कराई गईं। भारतीय उच्चायुक्त ने भी मालदीव सरकार के समक्ष कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी करने पर मालदीव सरकार ने अपने उन तीनों उप मंत्रियों मरियम शिऊना, मालशा शरीफ और महजूम माजिद को निलंबित कर दिया है। कार्रवाई से एक दिन पहले मालदीव सरकार ने एक बयान जारी कर अपने बेलगाम मंत्रियों को ‘विदेशी नेताओं और उच्च पदस्थ अधिकारियों’ के बारे में ‘अपमानजनक टिप्पणी’ करने के लिए फटकार भी लगाई थी।
जानकारों का कहना है कि यह दुनिया में पहला मामला है जब किसी एक देश के मंत्रियों को दूसरे देश के नेता के खिलाफ टिप्पणी के कारण निलंबित किया गया है। बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी नए साल के मौके पर लक्षद्वीप के दौरे पर गए थे। इसके बाद उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गई थी, जिस पर मालदीव के मंत्रीयों ने अशोभनिय टिप्पणी की थी।