प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मालदीव के मंत्रियों की ओर से की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों से जुड़े विवाद के बीच नया अपडेट आया है. दरअसल, बढ़ते विवाद के बीच सोमवार को भारतीय विदेश मंत्रालय ने मालदीव के उच्चायुक्त इब्राहिम शाहीब को तलब किया. इसके कुछ घंटों बाद ही माले में भारतीय उच्चायुक्त मुनु महावर को मालदीव सरकार ने तलब कर लिया.
भारत-मालदीव विवाद की शुरुआत सोशल मीडिया पर तब हुई जब मालदीव के कई मंत्रियों ने पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी पोस्ट की. एक मंत्री ने केंद्र शासित प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पीएम मोदी के ‘लक्षद्वीप दौरे’ के बाद उन्हें इजराइल की कठपुतली और जोकर बताया था. मालदीव की मंत्री (अब पूर्व मंत्री) की टिप्पणी के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर ‘बॉयकॉट मालदीव’ ट्रेंड करने लगा. इसके बाद कई भारतीयों ने पीएम मोदी के पक्ष में प्रतिक्रियाएं देनी शुरू कर दी और मालदीव की मंत्री को जमकर लताड़ा.
हाल ही में अपने परिवार के साथ मालद्वीप पर छुट्टी बिताकर आने वाले अक्षय कुमार ने मालदीव के कुछ लोगों द्वारा भारत के समुद्र तट पर्यटन के खिलाफ टिप्पणियों पर सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी है. अक्षय ने अपने एक्स पर लिखा कि मालदीव के प्रमुख सार्वजनिक हस्तियों द्वारा भारतीयों पर घृणित और नस्लवादी टिप्पणियां की गई हैं.
आश्चर्य है कि वे ऐसा उस देश में कर रहे हैं जो उन्हें सबसे अधिक संख्या में पर्यटक देता है. हम अपने पड़ोसियों के प्रति अच्छे हैं, लेकिन हमें ऐसी अकारण नफरत क्यों बर्दाश्त करनी चाहिए? मैंने कई बार मालदीव का दौरा किया है और हमेशा इसकी प्रशंसा की है, लेकिन देश की गरिमा पहले है. आइए हम भारतीय द्वीपों की खोज करने का निर्णय लें और अपने देश के पर्यटन का समर्थन करें.