नई दिल्ली। आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन होगा, जिसमें शामिल होने के बाबत केंद्र सरकार की ओर से अनेकों गणमान्यों को आमंत्रित किया जा चुका है, जिसमें से कई लोगों ने आने में असमर्थता जताई है, तो वहीं कई लोगों ने आने की इच्छा जाहिर की है। इस बीच बीते दिनों कांग्रेस ने राम मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने के बाबत केंद्र सरकार की ओर से भेजे गए न्योते को ठुकरा दिया।
इस संदर्भ में पार्टी ने बयान जारी कर कहा कि राम मंदिर उद्धाटन एक धार्मिक कार्यक्रम होना चाहिए था, लेकिन बीजेपी ने इसे राजनीति से जोड़ दिया। वो भी ऐसे वक्त में जब आगामी कुछ माह बाद लोकसभा के चुनाव होने हैं। वहीं, कांग्रेस के इस कदम के बाद बीजेपी हमलावर हो चुकी है। बीजेपी के कई नेताओं ने बयान जारी कर कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है। इस बीच अब बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी का भी बयान सामने आया है। आइए, आगे कि रिपोर्ट में हम आपको विस्तार से बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा है?
They are all jealous. They never thought this (Ram Temple construction) will happen. It (Ram Temple) is being built, there is euphoria all over the country. They are in a difficult spot. I don't care because 82 per cent of India is Hindu and the remaining minorities – Christians… pic.twitter.com/bbGER6qQ6I
— Subramanian Swamy (@Swamy39) January 12, 2024
आपको बता दें कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि, ‘कांग्रेस को लगा था कि राम मंदिर कभी नहीं बनेगा। अब जब मंदिर बन चुका है, तो कांग्रेस इस बात को पचा नहीं पा रही है, जिसे ध्यान में रखते हुए कांग्रेस के नेता हो-हल्ला कर रहे हैं। बीजेपी नेता ने आगे कहा कि विपक्ष को जलन हो रही है कि आखिर कैसे हमारे देश में राम मंदिर बन गया है। इन लोगों को विरोध करने के लिए विदेश से फंडिंग मिल रही है। यहां तक की अल्पसंख्यक समुदाय के लोग भी राम मंदिर बनने से खुश हैं, लेकिन कांग्रेस के नेता कुछ कट्टरपंथियों के इशारे पर विरोध का झंडा बुलंद कर रहे हैं’।
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि, ‘अब इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है कि आप इसका कितना विरोध करते हैं। अब राम मंदिर बन चुका है। राम भक्तों में खुशी का माहौल है और मेरा आपको सुझाव है कि आप भी खुश ही रहिए। इससे आपको असीम शांति प्राप्त होगी, लेकिन मुझे पता है कि कुछ लोग मेरे इस सुझाव को पचा नहीं पाएंगे, जिसमें बड़ी संख्या में कांग्रेस के नेता शामिल हैं।’
बीजेपी नेता ने आगे कहा कि, ‘विभाजन के बाद अधिकांश मुस्लिमों ने पाकिस्तान के बजाए हिंदुस्तान में रहना पसंद किया, क्योंकि भारत में लोगों के मौलिक अधिकारियों का संरक्षण होता है”। उधर, राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सभी तैयारियां संपन्न की जा चुकी हैं। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर लिए गए हैं। अब ऐसी स्थिति में आगामी दिनो में क्या कुछ कदम उठाए जाते हैं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।