अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर के उद्घाटन से पहले ही विवाद शुरु हो चुका है। प्रधानमंत्री मोदी के हाथों मंदिर के उद्घाटन पर चारों पीठों के शंकराचार्यों ने आपत्ती जताने के साथ ही उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं होने का ऐलान किया है। ऐसे तमिलनाडु के कांचीपुरम स्थित कांची कामकोटि मठ के शंकराचार्य ने इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी का साथ देने का ऐलान किया है। इसके साथ ही उन्होंने ये भी बताया है कि वह प्राण प्रतिष्ठा के लिए काशी की यज्ञशाला में 40 दिन की विशेष पूजा का आयोजन करेंगे।
Amid Oppn claims of top seers boycotting Jan 22 event, Shankaracharya of TN mutt announces 40-day worship
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— ANI Digital (@ani_digital) January 13, 2024
चारों पीठों के शंकराचार्यों के समारोह में शामिल होने से इंकार करने के बाद तमिलनाडु के कांचीपुरम स्थित कांची कामकोटि मठ के शंकराचार्य विजयेंद्र सारस्वत प्रधानमंत्री मोदी के समर्थन में उतर आए हैं। शनिवार को मीडिया से बात करते हुए शंकराचार्य ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी देश भर के तीर्थ स्थलों और परिसरों के विकास पर भी काफी जोर दे रहे हैं। उन्हीं के नेतृत्व में केदारनाथ और काशी विश्वनाथ मंदिरों में विकास और विस्तार हुआ है।
जानकारी के मुताबिक, 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के साथ इस यज्ञ की शुरुआत की जाएगी, जो अगले 40 दिनों तक चलेगी। शंकराचार्य विजयेंद्र सारस्वत ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन काशी स्थित हमारे यज्ञशाला में 40 दिनों तक विशेष पूजा की जाएगी।
भगवान राम के आशीर्वाद से अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होगी। हमारे काशी स्थित यज्ञशाला में भी इस मौके पर 40 दिन की विशेष पूजा की जाएगी, जो कि राम मंदिर कार्यक्रम के साथ शुरू होगी। पूजा वैदिक विद्वानों की मार्गदर्शन में होगी, इनमें लक्ष्मी कांत दीक्षित भी शामिल हैं। 100 से ज्यादा पुजारी इस दौरान पूजा और हवन करेंगे।