नई दिल्ली। कोरोना की बीमारी एक बार फिर सिर उठाती लग रही है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली समेत 4 राज्यों में कोरोना के मरीज बढ़ रहे हैं। दिल्ली में पिछले 15 दिन में कोरोना के 459 मरीज मिले हैं। वहीं, पड़ोसी राज्य राजस्थान में कोरोना के 226 मरीज पाए गए हैं। राजस्थान में खुद सीएम भजनलाल शर्मा भी कोरोना से ग्रस्त हैं। यूपी में बीते 15 दिन में कोरोना के 164 मरीज और बिहार में 103 मरीजों का पता चला है।
अभी टेस्टिंग काफी कम है। अगर टेस्टिंग बढ़ी, तो मरीजों की संख्या और ज्यादा भी हो सकती है। अच्छी बात ये है कि कोरोना के मरीज भले ही ज्यादा मिल रहे हों, लेकिन अब तक इन चार राज्यों में इस महामारी के वायरस के कारण किसी की जान नहीं गई है। इससे पहले 30 दिसंबर 2023 को पूरे देश में कोरोना के 841 मरीज मिले थे।
कोरोना महामारी को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने राज्यों के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर टीकाकरण कार्यक्रम चलाया था। कोरोना से बचाने के लिए लोगों को पहले टीके के दो डोज दिए गए और उसके बाद बूस्टर डोज भी लगाया गया। इसकी वजह से महामारी को रोकने में काफी मदद मिली है। देश में ज्यादातर लोगों को कोरोना का टीका लग चुका है। फिर भी लोग इस वजह से बीमार हो रहे हैं, क्योंकि कोरोना का वायरस लगातार अपना रूप बदलता रहता है और टीके के कारण पैदा हुई इम्युनिटी को चकमा भी दे देता है।
अभी उत्तर के राज्यों में कोरोना के मरीज मिल रहे हैं। जबकि, बीते साल दक्षिण भारत में कोरोना ने सिर उठाया था। तब दक्षिण भारत में कोरोना के काफी मरीज मिले थे। कोरोना महामारी की शुरुआत साल 2019 में चीन से हुई थी और इसके बाद ये पूरी दुनिया में फैल गया। कोरोना के कारण अब तक दुनिया में 5 करोड़ से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। भारत में भी लाखों लोग कोरोना के डेल्टा वैरिएंट के कारण जान गंवा चुके हैं। हालांकि, उसके बाद लगातार इस वायरस का कहर कम ही होता देखा गया है।