दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने तिहाड़ जेल में उनके खाने पर सवाल उठाने वाली ED को जमकर खरी खोटी सुनाई और आरोप लगाया कि एजेंसी इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रही है. बता दें कि अरविंद केजरीवाल को जेल में घर का खाना खाने की अनुमति दी गई है. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह उनके डॉक्टर द्वारा बनाए गए डाइट चार्ट के अनुरूप ही खाना खा रहे हैं.
‘केजरीवाल को घर का बना खाना खाने से रोकना चाहती है ED’
गुरुवार को आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया था कि ईडी केजरीवाल को घर का बना खाना खाने से रोकना चाहती है और इसलिए आरोप लगा रही है कि वह ज्यादा चीनी वाला खाना ले रहे हैं.
‘क्या मैं जमानत पाने के लिए अपंग होना चाहूंगा’
उन्होंने का ईडी दावा कर रही है कि मैं जमानत पाने के लिए अपना शुगर लेवल बढ़ा रहा हूं. क्या मैं बेल पाने के लिए अपंग होने का खतरा उठाऊंगा. वहीं अरविंद केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कोर्ट को बताया कि केजरीवाल वही खाना खा रहे हैं जो डॉक्टर ने उन्हें बताया है.
बता दें कि ईडी ने गुरुवार को कोर्ट से कहा था कि स्वास्थ्य कारणों से जमानत लेने के लिए केजरीवाल ने ज्यादा मीठा खाना जैसे आम और मिठाई खाईं.
वकील बोले- केजरीवाल ने केवल 3 बार खाए आम
ईडी के आरोपों पर सिंघवी ने कोर्ट से कहा कि केजरीवाल को अब तक 48 बार जेल से खाना गया है जिसमें से केवल तीन बार उन्हें आम भेजे गए. 8 अप्रैल के बाद उन्हें आम नहीं भेजे गए. जिन आमों को केजरीवाल की शुगर बढ़ने का कारण बताया जा रहा है ग्लाइसेमिक इंडेक्स के मुताबिक उनमें ब्राउन राइस और व्हाइट राइस से भी कम चीनी थी.
केजरीवाल ने कोर्ट में कहा, ‘मैं अपनी चाय में शुगर फ्री इस्तेमाल करता हूं. ईडी कितनी ओछी, राजनीतिक और हास्यास्पद हो सकती है? उनका बयान पूरी तरहसे गलत और दुर्भावनापूर्ण है. क्योंकि मीडिया में आपका दखल ज्यादा है इसलिए आप कुछ भी प्रकाशित करवा रहे हैं कि मैं आलू पूड़ी खा रहा हूं. केवल पूजा के बाद मुझे यह खाना भेजा गया था.’
हर दिन चिकित्सक से 15 मिनट का परामर्श चाहते हैं केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को अपने चिकित्सक से हर दिन 15 मिनट के लिए परामर्श लेने की याचिका दायर की है. हालांकि ईडी और जेल अधीक्षक ने उनकी याचिका का विरोध किया है.
सोमवार को फैसला सुनाएगा कोर्ट
ईडी ने कहा कि तिहाड़ जेल में केजरीवाल की डायबिटीज की देखरेख के लिए पर्याप्त मेडिकल सुविधाएं हैं. फिलहाल कोर्ट ने सोमवार तक अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है और जेल प्रशासन को अगर जरूरत हो तो शनिवार तक अपना जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है.