कर्नाटक के मंत्री ने प्रज्वल रेवन्ना पेनड्राइव स्कैंडल केस में अजीब बयान दिया है. सिद्धारमैया सरकार में उत्पाद शुल्क मंत्री रामप्पा तिम्मापुर ने हासन के सांसद की भगवान कृष्ण से तुलना कर दी और कहा कि प्रज्वल रेवन्ना भगवान कृष्ण का रिकॉर्ड तोड़ना चाहते थे. उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण आसपास महिलाओं को रखने के लिए जाने जाते थे. उन्होंने कहा कि हमने देश में इतनी गंदी सोच कभी नहीं देखी, शायद उन्होंने (प्रज्वल रेवन्ना) सोचा था कि वे गिनीज रिकॉर्ड बना सकते हैं. महिलाएं श्रीकृष्ण भगवान के साथ भक्ति भाव से रहती थीं, लेकिन इस तरह नहीं.
कर्नाटक के मंत्री के इस बयान को लेकर विवाद छिड़ गया है. मंत्री के बयान पर आपत्ति जताते हुए इसे हिंदू देवताओं का अपमान बताया और सिद्धारमैया से रामप्पा तिम्मापुर को बर्खास्त करने की मांग की. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में भाजपा नेता ने कहा कि एक बात तो पक्की है कि कांग्रेस और हिंदू धर्म दोनों एक साथ अस्तित्व में नहीं रह सकते. भाजपा नेता ने कांग्रेस मंत्री के खिलाफ अदालती कार्रवाई की भी मांग की.
कर्नाटक के मंत्री के अलावा, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी बुधवार को छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा में विवादित बयान दिया. खड़गे यहां अपने प्रत्याशी शिव कुमार डहरिया के पक्ष में चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि हमारे यहां के कैंडिडेट का नाम शिव कुमार डहरिया है. चूंकि इनका नाम शिव है, ये राम का मुकाबला कर सकते हैं. कांग्रेस प्रमुख ने आगे कहा कि मेरा नाम मल्लिकार्जुन है, जो ज्योतिर्लिंगों में से एक भगवान शिव का नाम है. उन्होंने भाजपा को धर्म की राजनीति से बचना की सलाह दी.
खड़गे की ‘शिव बनाम राम’ वाली टिप्पणी के बाद भाजपा ने कांग्रेस पर हिंदू देवताओं का अपमान करने और मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति में शामिल होने का आरोप लगाया. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने एक्स पर कहा कि सनातन, शक्ति, राम और राम मंदिर पर हमला करने के बाद, अब हिंदू विरोधी कांग्रेस जो हमेशा बांटो और राज करो की नीति पर चलती है, अब हमारे भगवान को भी बांटने का इरादा रखती है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस को याद दिलाया कि भगवान राम ने माता सीता की खोज में लंका पर विजय पाने से पहले भगवान शिव से प्रार्थना की थी. उन्होंने कहा कि जो लोग राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल नहीं हो पाए, उन्हें यह जानना होगा कि भगवान राम ने लंका पर विजय से पहले भगवान शिव से प्रार्थना की थी.
प्रज्वल रेवन्ना पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते हैं. हासन से मौजूदा सांसद हैं और कर्नाटक में लोक निर्माण विभाग के पूर्व मंत्री एचडी रेवन्ना के बेटे हैं. कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी उनके चाचा हैं. प्रज्वल इस बार भई हासन से फिर से चुनावी मैदान में हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में रेवन्ना ने जद (एस) के टिकट पर हसन लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार मंजू ए को 1 लाख 41 हजार 324 वोटों के अंतर से हराकर जीत हासिल की और संसद के तीसरे सबसे कम उम्र के सदस्य बने. वे मैकेनिकल इंजीनियर हैं और उन्होंने 2014 में बैंगलोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से अपनी डिग्री पूरी की. प्रज्वल को 27 नवंबर 2019 को जनता दल (सेक्युलर) का कर्नाटक महासचिव नियुक्त किया गया था. रेवन्ना से पहले, उनके दादा एचडी देवगौड़ा 2014 के आम चुनाव में इस सीट से जीते थे.