नई दिल्ली। वोटों की गिनती के बीच सरकार बनाने के लिए जोड़-तोड़ भी शुरू हो गई है। अभी तक के रुझानों के मुताबिक लोकसभा की कुल 543 सीटों में बीजेपी के एनडीए गठबंधन को 297 सीटें मिलती दिख रही हैं वहीं कांग्रेस का इंडी गठबंधन 228 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। ऐसे में एनडीए तो 272 सीटों के बहुमत के आंकड़े को पार कर गया है लेकिन इंडी गठबंधन भी सरकार बनाने की जुगत में लग गया है। इंडी गठबंधन की नजर अब अपने पुराने साथी नीतीश कुमार और चंद्र बाबू नायडू पर है। सूत्रों के मुताबिक इंडी गठबंधन की ओर से नीतीश कुमार को यह उप प्रधानमंत्री बनाए जाने का ऑफर भी दिया गया है। अब देखने वाली बात यह होगी क्या नीतीश कुमार एक बार फिर पाला बदलेंगे और एनडीए छोड़कर इंडी गठबंधन का ऑफर स्वीकार करेंगे।
आपको बता दें कि नीतीश कुमार ने ही इंडी गठबंधन के गठन के लिए विभिन्न दलों के नेताओं को एकजुट करने का शुरू में प्रयास किया था, हालांकि बाद में वो खुद ही विपक्ष के महागठबंधन से अलग होकर एनडीए में शामिल हो गए। वैसे बताया यह भी जा रहा है कि बिहार के डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता सम्राट चौधरी कुछ देर पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने उनके आवास गए थे लेकिन नीतीश ने उनसे मुलाकात नहीं की और खाना खाने चले गए। नीतीश के इस रवैये से एक बार फिर सियासी हलचल तेज हो गई है। हालांकि जेडीयू नेता केसी त्यागी ने बयान दिया है कि जेडीयू एनडीए में है और एनडीए में ही रहेगी। गौरतलब है कि अभी तक के रुझान में एनडीए को 297 सीटें मिल रही हैं। इनमें नीतीश की जेडीयू की 14 सीटें और चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी की 16 सीट भी शामिल हैं। ऐसे में अगर नीतीश और नायडू एनडीए का साथ छोड़कर इंडी गठबंधन में शामिल हो जाते हैं तो एनडीए गठबंधन बहुमत के आंकड़े से दूर हो जाएगा।