लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद 9 जून को पीएम मोदी समते 72 मंत्रियों ने शपथ ली. मंत्रिमंडल में PM के अलावा 60 मंत्री भाजपा और 11 अन्य दलों के हैं. नरेंद्र मोदी ने अपने शपथ ग्रहण के पहले पीएम आवास पर रविवार को मंत्रियों से मुलाकात की. इस दौरान अपनी सरकार के विजन को साझा किया और शुरुआती 100 दिन के रोडमैप पर चर्चा की. मोदी ने कहा कि इस रोडमैप को लागू करना है और पेंडिंग योजनाओं को भी पूरा करना है.
पीएम मोदी ने कहा कि जो भी विभाग मिलेगा उसके कामों को जल्द से जल्द पूरा करें. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार का लक्ष्य है कि साल 2047 में भारत को पूरी तरह से विकसित भारत बनाना है. मोदी सरकार 3.0 ने सभी मंत्रालयों में 100 दिन का प्लान बनवाया है. यह प्लान भाजपा सरकार ने अपने अनुसार बनवाया था, लेकिन अब ये सहयोगी दलों के नेताओं के साथ भी शेयर किया जाएगा.
क्या है पीएम मोदी का 100 दिनों का रोडमैप?
- पीएम मोदी ने अपने मंत्रियों के लिए 100 दिनों का रोडमैप तैयार किया है. इसमें सभी मंत्रियों को जिम्मेदारी दी जाएगी.
- मोदी सरकार ने 3.0 ने लोकसभा चुनाव से पूर्व रेलवे, सड़क परिवहन, कृषि समेत तमाम मंत्रालयों में 100 दिन का प्लान बनवाया है.
- पीएम की योजना में रेलवे मंत्रालय में वंदेभारत के अलावा वंदेभारत स्लीपर और वंदेभारत मेट्रो शामिल है.
- पीएम की योजना है कि ग्रामीण सड़कों को बनाने पर ज्यादा ध्यान दिया जाए.
- वहीं सड़क परिवहन मंत्रालय में एक्सप्रेसवे व रोपवे कृषि मंत्रालय में ड्रोन दीदी योजना, एग्री इंफ्रा फंड को बढ़ाना जैसे प्रोजेक्ट शामिल हैं.
- मंत्रालय के पेंडिंज पड़े योजनाओं को जल्द से जल्द पूरा किया जाए और नई योजनाएं लाकर आम लोगों को लाभ पहुंचया जाए.
- 100 दिनों के रोड़मैप के लिए मंत्रालय के अधिकारियों ने पूरा प्लान तैयार कर लिया है. मंत्रिमंडल के गठन के साथ ही इन पर अमल शुरू कर दिया जाना था.