श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कांग्रेस पर गलत सूचना फैलाने का आरोप लगाया है. कांग्रेस ने कहा था कि केदारनाथ मंदिर में 230 किलो सोने का इस्तेमाल किया गया था. इसपर अब अजेंद्र अजय ने बताया कि 1,000 किलोग्राम तांबे की प्लेट के साथ केवल 23 किलोग्राम सोने का इस्तेमाल किया गया था और इसे साबित करने के लिए जौहरी का टैक्स इनवॉइस जारी करने का वादा किया.
शिव मंदिर में सोना घोटाले के आरोप के बाद मंदिर प्रबंधन सवालों के घेरे में आ गया है. इससे पहले 15 जुलाई को ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने सोने के घोटाले का आरोप लगाते हुए दावा किया था कि केदारनाथ से 228 किलो सोना गायब है.
ट्रस्ट प्रमुख ने दी सफाई
ट्रस्ट प्रमुख अजेंद्र अजय ने कहा, ‘हम शुरू से कहते आ रहे हैं कि केदारनाथ के गर्भगृह में 23 किलो सोना था और उसमें 1000 किलो तांबे की प्लेट लगी थी, लेकिन कुछ कांग्रेस नेता साजिश के तहत दुष्प्रचार कर रहे हैं कि केदारनाथ में 230 किलो सोने का इस्तेमाल हुआ था.’
अजय ने केदारनाथ में आगामी उपचुनाव से पहले कांग्रेस पर ये अफवाहें फैलाने का आरोप लगाया और आरोपों को निराधार और राजनीति से प्रेरित बताया. उन्होंने कहा, ‘चूंकि केदारनाथ में विधानसभा उपचुनाव होने हैं, इसलिए कांग्रेस के लोग बिना किसी तथ्य और सबूत के ऐसा प्रचार कर रहे हैं. इस तरह के दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय आरोप कांग्रेस और उसके समर्थकों द्वारा केवल सनसनी पैदा करने के लिए लगाए जा रहे हैं.’
केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के साथ चार धामों में से चार पवित्र हिंदू मंदिरों में से एक है. केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में सोने की परत चढ़ाने से जुड़े 1.25 अरब रुपये के घोटाले के आरोपों के जवाब में, उत्तराखंड सरकार ने पिछले महीने मामले की जांच के लिए एक पैनल का गठन किया था.