दिल्ली में पिछले 24 घंटों में 108 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो 14 साल में जुलाई में एक दिन में सबसे ज्यादा है. राष्ट्रीय राजधानी के आधिकारिक मौसम केंद्र, सफदरजंग ने बुधवार और गुरुवार के बीच बारिश दर्ज की, जिससे शहर में मूसलाधार बारिश हुई, जिससे अब तक सात लोगों की मौत हो गई, सड़कें जलमग्न हो गईं और यातायात की आवाजाही प्रभावित हुई.
स्काईमेट के मौसम विज्ञान और जलवायु परिवर्तन के उपाध्यक्ष, महेश पलावत ने कहा कि जुलाई में सबसे ज्यादा 24 घंटे की बारिश का आखिरी रिकॉर्ड 2 जुलाई, 1961 को दर्ज किया गया था. बुधवार शाम को बारिश के कहर के बाद सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. सफदरजंग में शाम 5.30 बजे से 8.30 बजे के बीच 79.2 मिमी बारिश दर्ज की गई. न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, मयूर विहार जैसे अन्य क्षेत्रों में 119 मिमी, पूसा में 66.5 मिमी, दिल्ली विश्वविद्यालय में 77.5 मिमी और पालम वेधशाला में 43.7 मिमी बारिश दर्ज की गई.
बारिश के बाद घंटों का ट्रैफिक
बुधवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 37.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. दिल्ली और उसके राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में बड़े पैमाने पर ट्रैफिक जाम दिखाई दिया, जिसमें नागरिक घंटों तक बारिश में फंसे रहे. भारी बारिश के बीच पानी से भरी सड़कों पर वाहन लगभग पूरी तरह डूबे हुए नजर आए. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने तत्काल राहत नहीं मिलने का अनुमान जताया है. दिल्ली के साथ-साथ इसके आसपास के राज्यों हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और जम्मू-कश्मीर सहित अन्य राज्यों में अगले पांच दिनों तक बारिश जारी रहेगी.
मौसम विभाग ने दिल्ली-एनसीआर में आज बहुत भारी बारिश होने का अनुमान जताया है. दिल्ली भर के स्कूल आज बंद रहेंगे, जैसा कि कल देर रात शिक्षा मंत्री आतिशी ने घोषणा की थी. भीषण बारिश के कारण मौसम विभाग ने राष्ट्रीय आकस्मिक बाढ़ मार्गदर्शन बुलेटिन में दिल्ली को अलर्ट की लिस्ट में शामिल किया. निवासियों को घर के अंदर रहने, खिड़कियां और दरवाजे सुरक्षित रखने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है.