पेरिस ओलंपिक में शूटिंग से भारत की झोली में पदक आने का सिलसिला जारी है. गुरुवार को स्वप्निल कुसाले ने पुरुषों की 50 मीटर 3 पॉजिशन राइफल में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया. उन्होंने यहां तीनों पॉजिशन (नीलिंग, प्रोन और स्टैंडिंग पॉजिशन) में कुल 451.4 अंक हासिल कर कास्य पदक पर अपना नाम लिख दिया. ओलंपिक खेलों के इतिहास में 3 पॉजिशन शूटिंग से भारत ने पहली बार कोई पदक अपने नाम किया है. स्वप्निल पहली बार ओलंपिक खेलों में भाग ले रहे हैं.
यह पेरिस ओलंपिक में भारत का तीसरा पदक है और उसे तीनों ही पदक अब तक शूटिंग से मिले हैं. इससे पहले मनु भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल (महिला) और 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में सरबजोत सिंह के साथ मिलकर भारत को 2 ब्रॉन्ज मेडल दिलाए थे. स्वप्निल ने यह पदक जीतकर अपने परिवार, शूटिंग फेडरेशन और SAI से मिल रहे लगातार सपॉर्ट को इस कामयाबी का श्रेय दिया.
भारत के 28 वर्षीय स्वप्निल कुसाले आज पेरिस के नेशलन शूटिंग सेंटर में जब निशाना लगाने उतरे तो वह खेल की पहली पॉजिशन में 153.3 अंक (51.6, 50.9 और 50.8) हासिल कर छठे पायदान पर बने हुए थे. इसके बाद उन्होंने खेल की दूसरी पॉजिशन यानी प्रोन स्टेज से अपनी दमदार वापसी दिखाते हुए अपना स्कोर 310.1 पहुंचा दिया.
इस बार इस राउंड की तीन सीरीज में उन्होंने 51.9, 52.2 और 52.7 का स्कोर हासिल किया. वह तीसरे और अंतिम राउंड में एक वक्त दूसरे पायदान पर भी पहुंच गए थे और तब भारतीय फैन्स उनसे गोल्ड की भी उम्मीद लगाने लगे थे.
लेकिन जब मेडल के लिए नॉकआउट शूट शुरू हुए तो स्वप्निल यहां इस बार 10 से स्कोर से चूकने लगे. उन्होंने पहले दो शॉट 9.4 और 9.2 के ही लगाए. तीसरे और अंतिम शॉट में उन्होंने 10 का स्कोर हासिल किया. इसकी बदौलत उनका कुल स्कोर 451.4 पहुंच गया और उनका ब्रॉन्ज मेडल दूसरे ही शॉट पर कन्फर्म हो चुका था लेकिन वह इसे सिल्वर में बदलने से भले चूक गए. लेकिन उन्होंने ब्रॉन्ज के रूप में अपना पहला ओलंपिक पदक हासिल करने में जरूर कामयाबी हासिल की.