पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री अखिल गिरि वन अधिकारी को धमकी देने के बाद मुश्किल में फंस गए हैं। ममता बनर्जी ने अखिल गिरि के बयान पर भारी आपत्ति जताई है। सूत्रों के अनुसार उन्होंने साफ निर्देश दिए हैं कि अखिल गिरी को बिना किसी शर्त के तुरंत माफी मांगनी होगी या इस्तीफा देना होगा। अखिल गिरि ने सड़क पर दुकाने लगाने वालों पर कार्रवाई करने आई वन अधिकारी को धमकाया था। इसके बाद उनके खिलाफ एक्शन लिया गया है।
ममता के अनुसार राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस महिला वन अधिकारियों को धमकाने को लेकर सख्त है। मंत्री अखिल गिरि की टिप्पणी से ममता बनर्जी नाराज हैं। तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष सुब्रत बक्सी ने अखिल गिरी को फोन किया और उन्हें तत्काल और बिना शर्त माफी मांगने का आदेश दिया। माफी नहीं मांगने पर तुरंत इस्तीफा देने का आदेश दिया गया है।
क्या है मामला?
पूर्व मेदिनीपुर के ताजपुर में सरकारी जमीन पर कई लोगों ने दुकान लगा रखी हैं। इन्हीं दुकानों को हटाने के लिए वन अधिकारी शनिवार को पहुंची थीं। इसी दौरान अखिल गिरी भी वहां पहुंच गए। अखिल गिरी ने वन अधिकारी को दुकान न हटाने के लिए कहा तो दोनों के बीच बहस शुरू हो गई। इस दौरान वन अधिकारी ने कहा कि वह सिर्फ अपने कर्तव्यों का पालन कर रही हैं। इस पर अखिल गिरी ने कहा कि तटबंध का हिस्सा बह गया है और दुकानें भी बहने की कगार पर हैं। दुकानदारों की आजीविका का सवाल है। तटबंध की मरम्मत होने पर वह जमीन खाली कर देंगे। वन विभाग के कर्मचारी रात में आकर दुकान तोड़ दे रहे हैं। अखिल गिरी इससे पहले भी अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं। वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर भी विवादित बयान दे चुके हैं।