जापान में भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.9 मापी गई है। भूकंप की वजह से सुनामी की चेतावनी भी जारी की गई है। झटके दक्षिणी जापान में महसूस किए गए हैं।अमेरिकन जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के अनुसार, बृहस्पतिवार को जापान के दक्षिणी द्वीप क्यूशू में एक के बाद एक लगातार दो बड़े भकंप आए। पहला भूकंप, 6.9 तीव्रता का था। इसके कुछ देर बाद दूसरा भूकंप आया, जिसकी तीव्रता 7.1 थी। जापान के तटीय इलाकों मिायजाकी, कोची, इहिमे, कागोशिमा और आइता में सुनामी को लेकर अलर्ट भी जारी किया गया है।
7 से 7.9 के भूकंप को खतरनाक माना जाता है।
भूकंप को तीव्रता के लिहाज से अलग-अलग कैटेगरी में रखा जाता है। 2.5 से 5.4 तीव्रता वाले भूकंप माइनर कैटेगरी में होते हैं। 5.5 से 6 तीव्रता वाले भूकंप को हल्का खतरनाक भूकंप माना जाता है, इसमें मामूली नुकसान होने की संभावना रहती है। अगर 6 से 7 तीव्रता का भूकंप आता है तो नुकसान होने की संभावना भी बढ़ जाती है। 7 से 7.9 के भूकंप को खतरनाक माना जाता है। इस तीव्रता के भूकंप से इमारतों में दरार या उनके गिरने की आशंका रहती है। इससे ऊपर की तीव्रता वाले सभी भूकंप को बेहद खतरनाक कैटेगरी में रखा जाता है।
इस लिए आता है भूकंप
पृथ्वी टैक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है। इसके नीचे तरल पदार्थ लावा है। ये प्लेट्स लगातार तैरती रहती हैं और कई बार आपस में टकरा जाती हैं। बार-बार टकराने से कई बार प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं और ज्यादा दबाव पड़ने पर ये प्लेट्स टूटने लगती हैं। ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर निकलने का रास्ता खोजती है और इस डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।