नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने अपनी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) का घोषणा पत्र जारी कर दिया है। इस घोषणा पत्र में महबूबा ने जम्मू-कश्मीर की अवाम से उनकी पार्टी की सरकार बनने पर अनुच्छेद 370 और 35ए को बहाल करने, भारत और पाकिस्तान के बीच राजनयिक पहल शुरू करने के प्रयासों का उल्लेख है। इस दौरान महबूबा मुफ्ती ने नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन पर भी बात की। दूसरी तरफ बीजेपी ने पीडीपी के मेनीफेस्टो पर निशाना साधते हुए कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस पर भी गंभीर आरोप लगाए।
महबूबा ने मेनिफेस्टो में 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली और फ्री पानी समेत कई बड़े वादे किए हैं। महबूबा ने कहा कि हम पानी पर टैक्स खत्म करना चाहते हैं, पानी के लिए मीटर नहीं होने चाहिए। जिन गरीबों के घर में 6 लोग हैं, उनके लिए हम मुफ़्ती मोहम्मद सईद योजना फिर से लागू करना चाहते हैं क्योंकि उन्हें मिलने वाला चावल और राशन पर्याप्त नहीं है, इसलिए हम गरीबों को साल में 12 सिलेंडर देंगे। हम वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन जैसी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं को दोगुना करेंगे।
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा, गठबंधन और सीट शेयरिंग तो बहुत दूर की बात है। अगर नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस हमारा एजेंडा अपनाने के लिए तैयार हैं, तो हम कहेंगे कि आप सभी सीटों पर चुनाव लड़ें, हम आपके पीछे चलेंगे क्योंकि मेरे लिए कश्मीर की समस्या को सुलझाना किसी भी चीज़ से ज़्यादा महत्वपूर्ण है। जब हमने पहले भी नेशनल कांफ्रेंस के साथ गठबंधन किया, तो हमारा एक एजेंडा था, जब हमने बीजेपी के साथ गठबंधन किया, तो हमारा एक एजेंडा था जिस पर वे सहमत थे लेकिन नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के बीच गठबंधन एजेंडे पर नहीं हो रहा है, यह सीट शेयरिंग पर हो रहा है। हम ऐसा कोई गठबंधन नहीं करेंगे जिसमें केवल सीट शेयरिंग की बात हो। गठबंधन एजेंडे पर होना चाहिए और हमारा एजेंडा जम्मू-कश्मीर की समस्या को सुलझाना है।
दूसरी तरफ, पीडीपी के घोषणापत्र पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता कविंदर गुप्ता का कहना है, यह नेशनल कॉन्फ्रेंस के घोषणापत्र का कॉपी-पेस्ट है। ये दोनों दल एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं। ये एंटी नेशनल दल हैं और कांग्रेस भी इनका समर्थन कर रही है। इन सभी मुद्दों के बारे में हमें सोचना चाहिए कि वे जम्मू-कश्मीर को फिर से नरक बनाना चाहते हैं, वे उन लोगों को जेल से रिहा करना चाहते हैं जो पत्थरबाजी करते थे।