उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने एक लाख रुपये के इनामी बदमाश मंगेश यादव को एनकाउंटर में मार गिराया। मंगेश यादव 28 अगस्त को भारत ज्वेलर्स पर की गई डेढ़ करोड़ रुपये की डकैती के मामले में वांटेड था। एनकाउंटर के दौरान पुलिस ने मंगेश के पास से लूटे गए जेवर भी बरामद किए हैं।
इस मामले में पहले ही तीन अन्य आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। मंगेश के एनकाउंटर के बाद सियासी विवाद खड़ा हो गया है। सत्ताधारी भाजपा ने इसे अपनी सफलता बताया, जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसे जातिवादी एनकाउंटर करार देते हुए सवाल उठाए हैं।
लगता है सुल्तानपुर की डकैती में शामिल लोगों से सत्ता पक्ष का गहरा संपर्क था, इसीलिए तो नक़ली एनकाउंटर से पहले ‘मुख्य आरोपी’ से संपर्क साधकर सरेंडर करा दिया गया और अन्य सपक्षीय लोगों के पैरों पर सिर्फ़ दिखावटी गोली मारी गयी और ‘जात’ देखकर जान ली गयी।
जब मुख्य आरोपी ने सरेंडर कर…
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 5, 2024
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि एनकाउंटर जाति देखकर किया गया। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी दल के संपर्क में होने के कारण मुख्य आरोपी को पहले सरेंडर कराया गया और फिर जानबूझकर एनकाउंटर में मार डाला गया। अखिलेश ने यह भी कहा कि जब मुख्य आरोपी ने सरेंडर कर दिया था, तो लूटे गए जेवर पूरी तरह वापस किए जाने चाहिए और सरकार को मुआवजा भी देना चाहिए। उन्होंने एनकाउंटर को ‘नकली’ बताते हुए कहा कि ऐसे एनकाउंटर से रक्षक भक्षक बन जाते हैं और असली कानून-व्यवस्था की जरूरत है।
28 अगस्त को बदमाशों ने भारत ज्वेलर्स पर दस मिनट में डेढ़ करोड़ रुपये की डकैती की थी। डकैती के बाद वे फरार हो गए थे। मंगलवार को पुलिस ने तीन बदमाशों को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया था, जिनके पैर में गोली लगी थी। डकैती में शामिल पांच बदमाशों में से एक मंगेश यादव एनकाउंटर में मारा गया है, जबकि एक अन्य बदमाश पहले ही सरेंडर कर चुका है।