नई दिल्ली: वक्फ संशोधन बिल को लेकर हाल ही में हुई जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (JPC) की बैठक में विपक्ष के सदस्यों ने सरकार के प्रति असंतोष व्यक्त करते हुए वॉकआउट किया। इस बैठक में विपक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार बिल के मुद्दे पर गंभीर नहीं है और इस पर सही तरीके से चर्चा नहीं की जा रही है।
बैठक का माहौल
JPC की बैठक में कई विपक्षी दलों के सदस्य शामिल हुए थे। चर्चा शुरू होते ही विपक्ष के नेताओं ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि वक्फ संशोधन बिल का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों का सही ढंग से प्रबंधन करना है, लेकिन सरकार इस पर गंभीरता से ध्यान नहीं दे रही है। इस पर विपक्ष ने अपना विरोध जताते हुए बैठक से बाहर जाने का फैसला किया।
विपक्ष की चिंताएं
विपक्षी सदस्यों ने यह भी कहा कि वक्फ संपत्तियों का सही इस्तेमाल और उनका प्रबंधन एक गंभीर मुद्दा है, और इसके लिए पारदर्शिता की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकार को इस बिल के माध्यम से मुस्लिम समुदाय के हितों का ध्यान रखना चाहिए। विपक्ष ने यह भी बताया कि सरकार की तरफ से उचित संवाद और बातचीत नहीं की जा रही है, जिससे मुद्दे पर उचित चर्चा नहीं हो पा रही है।
बैठक में उठे सवाल
विपक्षी सदस्यों ने यह भी सवाल उठाया कि क्या सरकार वास्तव में वक्फ संपत्तियों की रक्षा करना चाहती है या फिर इसे एक राजनीतिक उपकरण के रूप में इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने सरकार से यह स्पष्ट करने की मांग की कि वह इस बिल को लेकर क्या कदम उठा रही है और इसके पीछे के उद्देश्य क्या हैं।
सरकार की प्रतिक्रिया
इस मामले पर सरकार की तरफ से अभी तक कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन सूत्रों के अनुसार, सरकार का मानना है कि वक्फ संशोधन बिल को लेकर कुछ मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए, और वह इस पर आगे बढ़ने के लिए तैयार है।