10 नवंबर को भारत के सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ अपने पद से रिटायर हो गए। उनके आखिरी कार्य दिवस के मौके पर एक सेरेमोनियल बेंच का आयोजन किया गया, जिसमें उनके साथ बिताए गए पलों को याद किया गया और उनके योगदानों को सलाम किया गया। इस मौके पर सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकीलों और अधिकारियों ने सीजेआई चंद्रचूड़ की तारीफ की । सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता, वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल, डॉ. एएम सिंघवी, मुकुल रोहतगी, एएसजी एन वेंकटरमन जैसे न्यायिक हस्तियों ने चंद्रचूड़ की सेवा को सराहा।
“आप जैसा कोई नहीं होगा”
सुप्रीम कोर्ट के सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सीजेआई चंद्रचूड़ की निष्पक्षता और समर्पण की सराहना करते हुए कहा, “आपने हमेशा न्याय की प्रक्रिया में पूरी निष्पक्षता बरती। आपके सामने हम कभी भी हिचकिचाए नहीं, क्योंकि आपने हमेशा परिवार के एक कर्ता की तरह फैसले किए। आपकी छवि हमेशा हमारे दिलों में बसी रहेगी।”
चंद्रचूड़ के पिता के प्रभाव और उनके योगदान का जिक्र
वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने कहा, “आप एक असाधारण पिता के असाधारण पुत्र हैं। आपके पिता ने कोर्ट में मुश्किल समय में नेतृत्व किया, और आपने भी ऐसे समय में बखूबी सुप्रीम कोर्ट की जिम्मेदारी संभाली।” सिब्बल ने चंद्रचूड़ के मुस्कुराते चेहरे और न्यायिक आचरण की भी सराहना की। उन्होंने कहा, “आप जैसा कोई नहीं होगा, क्योंकि आपने समुदायों से जुड़कर उन्हें सम्मान और न्याय का अहसास कराया।”
युवावस्था का राज: क्या है चंद्रचूड़ की ऊर्जा का राज?
वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. एएम सिंघवी ने चंद्रचूड़ की लंबी ऊर्जा और समय से परे कार्यकुशलता का जिक्र किया। उन्होंने कहा, “आपके अंदर पिछले 42 वर्षों में निरंतर वृद्धि देखी गई है। आप हमेशा हमें धैर्य और संयम का पाठ पढ़ाते हैं। आपने कोर्ट के आधुनिकीकरण के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए, जो आज तक अद्वितीय हैं। आपको अपनी युवावस्था का राज जरूर बताना चाहिए।”
सीजेआई के साथ लंच की यादें
वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने चंद्रचूड़ के साथ अपनी पुरानी यादें ताजा कीं और कहा, “मैं पहली बार सीजेआई से मुंबई में एएसजी रहते हुए मिला था। हम अक्सर अप्सरा पेन मार्ट के पीछे लंच करते थे। मुझे उम्मीद है कि हम एक बार फिर साथ लंच करेंगे।” रोहतगी ने नए CJI जस्टिस खन्ना का भी स्वागत किया और उनकी कार्यशैली की सराहना की।
चंद्रचूड़ के नेतृत्व में न्याय का आदर्श
एएसजी एन वेंकटरमन ने चंद्रचूड़ के शांत और संयमित स्वभाव का जिक्र किया और कहा, “आपके व्यक्तित्व को हम 5सी के रूप में याद करेंगे— शांत, संयमित, आलोचना से दूर। आपने रिकॉर्ड तोड़े, और हमेशा अपने फैसलों से न्याय की धारा को सही दिशा दी।”
अंतर्राष्ट्रीय मंच पर शुभकामनाएं
सीजेआई चंद्रचूड़ की विदाई पर लॉ क्लब के सदस्य नानी पालकीवाला ने भी उन्हें अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में भविष्य के कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, “आपका योगदान भारतीय न्यायपालिका में अनमोल रहेगा, और हम जानते हैं कि आप अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भी अपने देश का नाम रोशन करेंगे।”
सीजेआई चंद्रचूड़ का योगदान केवल सुप्रीम कोर्ट तक सीमित नहीं था। उन्होंने न्यायपालिका के आधुनिकीकरण के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए, और उनके फैसले हमेशा न्याय की सटीकता और निष्पक्षता के प्रतीक रहे। उनका जाना भारतीय न्यायपालिका के लिए एक बड़ा सदमा है, लेकिन उनकी कार्यशैली और नेतृत्व की छाप हमेशा हम पर बनी रहेगी।