कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज झारखंड पहुंचे थे, जहां उनका महगामा और बेरमो में चुनावी रैलियों का आयोजन था। हालांकि, चुनावी सभा के बाद जब राहुल गांधी बेरमो के लिए अपने हेलीकॉप्टर से रवाना हो रहे थे, तो उनका हेलीकॉप्टर अचानक रोक लिया गया। यह घटना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के झारखंड दौरे के चलते हुई, जिस पर कई सवाल उठ रहे हैं।
PM के कार्यक्रम की वजह से क्लीयरेंस में देरी
राहुल गांधी का हेलीकॉप्टर महगामा से बेरमो के लिए उड़ान भरने वाला था, लेकिन इस दौरान हेलीकॉप्टर को उड़ान भरने की अनुमति नहीं दी गई। सूत्रों के अनुसार, यह समस्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उसी दिन के जमुई कार्यक्रम की वजह से उत्पन्न हुई। मोदी जी के जमुई कार्यक्रम के बाद देवघर जाने का कार्यक्रम था, और इसी कारण से एयरस्पेस को नियंत्रित किया जा रहा था, जिससे राहुल गांधी के हेलीकॉप्टर को क्लीयरेंस मिलने में देरी हुई। हालांकि, इस दौरान लोग राहुल गांधी के साथ तस्वीरें खिंचवाते नजर आए और कुछ समय के लिए सभा का माहौल हल्का-फुल्का रहा।
राहुल गांधी ने बीजेपी पर कसा तंज
राहुल गांधी ने गोड्डा में आयोजित जनसभा में बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 लाख करोड़ रुपये गरीबों से छीनकर अमीरों को दिया है। राहुल ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी जाति जनगणना करवाएगी और इस मुद्दे को लेकर बीजेपी पर हमला बोला। उन्होंने दावा किया, “हम मोदी जी से नहीं डरते, जो अरबपति कहेंगे वही मोदी जी करेंगे।”
झारखंड के चुनावी माहौल में हेलीकॉप्टर विवाद
झारखंड में चुनावी माहौल लगातार गर्म होता जा रहा है और इस प्रकार के हेलीकॉप्टर विवादों की एक लंबी कड़ी बनती जा रही है। इससे पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) और अन्य विपक्षी दलों ने भी आरोप लगाए हैं कि उनके नेताओं के हेलीकॉप्टर उड़ान भरने में जानबूझकर बाधाएं डाली जा रही हैं। जेएमएम के नेताओं ने यह आरोप लगाया कि ये सब बीजेपी और केंद्र सरकार के इशारे पर हो रहा है।
इससे पहले महाराष्ट्र में भी इसी तरह के विवाद हुए थे, जब शिवसेना (UBT) के नेता उद्धव ठाकरे के हेलीकॉप्टर की बार-बार तलाशी ली गई थी। ठाकरे ने इसे बीजेपी की साजिश करार दिया और सवाल उठाया था कि प्रधानमंत्री मोदी के हेलीकॉप्टर की जांच क्यों नहीं की गई।
झारखंड में कांग्रेस का चुनाव प्रचार
कांग्रेस पार्टी झारखंड विधानसभा चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक रही है और राहुल गांधी इस दौरान प्रमुख चेहरा बने हुए हैं। पार्टी ने झारखंड में सत्ता हासिल करने के लिए चुनावी रणनीतियां बनाई हैं और राहुल गांधी खुद राज्य के कई हिस्सों में जनसभाएं कर रहे हैं। बेरमो और महगामा में उनकी रैलियों को लेकर लोगों में भी उत्साह देखा गया था, हालांकि हेलीकॉप्टर क्लीयरेंस में हुई देरी ने एक नया विवाद खड़ा कर दिया है।
विपक्षी दलों के आरोप
झारखंड में चुनाव प्रचार के दौरान हेलीकॉप्टर की अनुमति न मिलने की घटना कोई नई नहीं है। इस तरह के आरोप महाराष्ट्र से लेकर झारखंड तक कई जगहों पर उठ चुके हैं। इससे पहले भी झामुमो और अन्य विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार और बीजेपी पर आरोप लगाए थे कि उनका चुनाव प्रचार जानबूझकर बाधित किया जा रहा है।
इस तरह के घटनाक्रमों से साफ जाहिर होता है कि चुनावी माहौल में राजनीतिक दल अपनी-अपनी तरह से दूसरों को दोषी ठहराने में लगे हैं। अब देखना यह है कि राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी इस विवाद को किस तरह से अपने पक्ष में मोड़ती है और चुनावी लड़ाई में क्या असर डालती है।