नई दिल्ली: गीजर घर में गर्म पानी के लिए एक अहम उपकरण है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि खारे पानी का गीजर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है? अगर आपके इलाके में पानी खारा है, तो यह गीजर के लिए नुकसानदेह हो सकता है और समय के साथ इसकी कार्यक्षमता में गिरावट आ सकती है। हालांकि गीजर का ब्लास्ट होना दुर्लभ है, लेकिन अगर गीजर का ठीक से रख-रखाव नहीं किया जाए, तो यह समस्या पैदा हो सकती है। आइए जानते हैं कि खारे पानी का गीजर पर क्या असर पड़ता है और इससे बचाव के उपाय क्या हैं।
खारे पानी से गीजर में स्केलिंग और जंग
खारे पानी में कैल्शियम, मैग्नीशियम और नमक जैसे खनिज होते हैं, जो गीजर की हीटिंग कॉइल और टैंक की दीवारों पर जमा हो जाते हैं। इसे “स्केलिंग” कहा जाता है। स्केलिंग की वजह से गीजर की हीटिंग क्षमता कम हो जाती है, जिससे यह ज्यादा बिजली खपत करता है। इसके अलावा, पानी में मौजूद नमक और अन्य खनिज गीजर के टैंक को अंदर से जंग लगने का कारण बन सकते हैं, जिससे गीजर का जीवनकाल घट सकता है। जब गीजर की हीटिंग एलिमेंट पर अधिक स्केलिंग जमा हो जाती है, तो यह ज़्यादा गरम हो सकता है और जल्दी खराब हो सकता है।
हीटिंग एलिमेंट का खराब होना
स्केलिंग की वजह से गीजर के हीटिंग एलिमेंट पर एक मोटी परत जम जाती है, जो उसे ज्यादा गर्म होने के लिए मजबूर कर देती है। इसके कारण हीटिंग एलिमेंट का खराब होना तय है, जिससे गीजर की कार्यक्षमता प्रभावित होती है। इसके अलावा, जंग और स्केलिंग की वजह से गीजर के टैंक में लीकेज भी हो सकता है, जो सुरक्षा और स्थिरता के लिहाज से खतरनाक हो सकता है।
गीजर का ब्लास्ट होने का खतरा
ब्लास्ट की स्थिति बहुत कम ही होती है, लेकिन अगर गीजर के प्रेशर रिलीज़ वॉल्व ठीक से काम नहीं कर रहे हों और अंदर का प्रेशर बढ़ता जाए, तो ब्लास्ट होने का खतरा हो सकता है। खारे पानी की वजह से जंग और स्केलिंग ज्यादा हो सकती है, जिससे प्रेशर रिलीज़ वॉल्व की कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है। इसका नतीजा यह हो सकता है कि गीजर में अत्यधिक दबाव जमा हो जाए और वह फट सकता है।
सुरक्षा के लिए क्या करें?
गीजर को खारे पानी से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए कुछ जरूरी उपाय अपनाने चाहिए:
- वाटर सॉफ्टनर का उपयोग करें: गीजर से पहले पानी को नरम बनाने के लिए वाटर सॉफ्टनर या फिल्टर लगाना सबसे प्रभावी उपाय है। यह खनिजों की मात्रा को कम कर देता है, जिससे स्केलिंग और जंग की समस्या कम होती है।
- गोल्डन सर्विस का ध्यान रखें: गीजर की सर्विस हर 6 महीने या साल में एक बार कराएं, ताकि स्केलिंग और जंग हटाई जा सके। इसके अलावा, गीजर के टैंक में मौजूद मैग्नीशियम एनोड रॉड को समय-समय पर बदलवाएं। यह जंग और स्केलिंग को रोकने में मदद करता है।
- प्रेशर वॉल्व की जांच करें: गीजर में मौजूद प्रेशर रिलीज़ वॉल्व को समय-समय पर चेक करें ताकि वह सही से काम करें। अगर यह ठीक से काम नहीं कर रहा है, तो प्रेशर के बढ़ने से ब्लास्ट का खतरा हो सकता है।
- पानी की गुणवत्ता पर ध्यान दें: अगर आपके इलाके में पानी खारा है, तो हमेशा ध्यान रखें कि पानी का दबाव ज्यादा न हो और उसका तापमान भी नियंत्रित रहे।