नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद राहुल गांधी ने गौतम अडानी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। राहुल ने कहा कि अडानी ने 2000 करोड़ रुपये का घोटाला किया है और उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। लेकिन उनका कहना था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अडानी का समर्थन कर रहे हैं, जिसके कारण इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है। राहुल गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी अडानी के खिलाफ कोई भी कदम नहीं उठा सकते, क्योंकि अडानी का उनके ऊपर पूरा नियंत्रण है।
राहुल ने अडानी पर की कार्रवाई की मांग
राहुल गांधी ने कहा, “गौतम अडानी ने पूरे देश को हाईजैक कर लिया है। एक अपराधी को इतनी लंबी छूट क्यों मिल रही है?” उन्होंने सवाल उठाया कि छोटे अपराधियों को तुरंत जेल में डाल दिया जाता है, जबकि अडानी अब तक जेल से बाहर हैं। राहुल ने स्पष्ट किया कि अडानी को गिरफ्तार करने और उनके खिलाफ जांच करने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि अडानी की यह हरकतें देश और विदेश में निवेशकों के साथ धोखाधड़ी करने के रूप में सामने आई हैं।
अमेरिकी एजेंसी का भी अडानी के खिलाफ खुलासा
राहुल गांधी ने कहा कि अमेरिकी एजेंसी ने भी आरोप लगाया है कि अडानी ने धोखाधड़ी की है, और वहां उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। राहुल के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी इस मामले में अडानी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर सकते क्योंकि उनका अडानी के साथ गहरा संबंध है। राहुल ने इस मुद्दे पर संसद में भी आवाज उठाने की बात की और जेपीसी (जॉइंट पार्लियामेंट्री कमिटी) की मांग की।
राहुल का आरोप, अडानी पर पूरी तरह से सरकार का नियंत्रण
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि अडानी का इस समय भारत की सरकार पर पूरा नियंत्रण है। वह हर दिन भ्रष्टाचार कर रहे हैं और उनके पास फंडिंग एजेंसियों का पूरा नियंत्रण है। राहुल ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी चाहकर भी अडानी को गिरफ्तार नहीं कर सकते हैं, क्योंकि ऐसा करने से उनकी भी कुर्सी खतरे में पड़ जाएगी। राहुल ने कहा कि अडानी को गिरफ्तार करने का दिन आएगा, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी इसके लिए तैयार नहीं हैं।
कांग्रेस का अगला कदम
राहुल ने यह भी साफ किया कि कांग्रेस इस मामले को संसद में उठाएगी और अडानी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए जनप्रतिनिधियों से समर्थन मांगेंगी। राहुल गांधी के मुताबिक, उनका उद्देश्य सिर्फ अडानी को बचाने वाले सिस्टम को उजागर करना है और देश के लिए सच्चाई को सामने लाना है।