उत्तर प्रदेश बोर्ड की 10वीं और 12वीं की प्री-बोर्ड परीक्षाएं कल, 11 जनवरी से शुरू हो रही हैं। ये परीक्षाएं 21 जनवरी तक चलेंगी। इसके बाद फरवरी में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। यूपी बोर्ड परीक्षा 2025 में नकल को लेकर कड़ी सजा का प्रावधान किया गया है। अगर कोई नकल करते हुए पकड़ा गया, तो उसे आजीवन कारावास और 1 करोड़ रुपये का जुर्माना भी हो सकता है।
इसके अलावा, परीक्षा केंद्रों पर पिछली बार से ज्यादा सुरक्षा इंतजाम किए जाएंगे। बोर्ड परीक्षा की निगरानी अब AI द्वारा की जाएगी और इसके लिए एक हाईटेक कंप्यूटर लैब बनाने की भी योजना है। तो चलिए जानते हैं इस बार की यूपी बोर्ड परीक्षा में क्या खास होने वाला है।
यूपी बोर्ड परीक्षा 2025 में नकल पर कड़ा कानून
इस बार यूपी बोर्ड परीक्षा में उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम, 2024 को लागू किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य परीक्षा में नकल और अनुचित साधनों का इस्तेमाल रोकना है। यदि किसी छात्र या परीक्षा केंद्र पर नकल होती है या नकल करवाई जाती है, तो उसे आजीवन कारावास और 1 करोड़ रुपये जुर्माने की सजा हो सकती है।
इसके साथ ही, यूपी बोर्ड के अधिकारियों ने परीक्षा केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए भी कई कदम उठाए हैं। पिछले साल की तुलना में इस बार सुरक्षा और निगरानी में बढ़ोतरी की जाएगी। इसके लिए कंप्यूटर और कैमरों का इस्तेमाल किया जाएगा ताकि नकल को पूरी तरह से रोका जा सके।
AI से होगी बोर्ड परीक्षा की निगरानी
यूपी बोर्ड परीक्षा की निगरानी इस बार पूरी तरह से AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) से की जाएगी। बोर्ड ने इसके लिए एक हाईटेक कंप्यूटर लैब बनाने की योजना बनाई है, जिसमें सभी परीक्षा केंद्रों की लाइव मॉनिटरिंग की जाएगी। इससे न सिर्फ नकल को रोकने में मदद मिलेगी, बल्कि परीक्षा केंद्रों की पारदर्शिता भी सुनिश्चित की जाएगी।
इसका मतलब ये है कि अब छात्रों को नकल करने का मौका नहीं मिलेगा और जो छात्र ईमानदारी से परीक्षा देंगे, उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
12वीं प्रैक्टिकल परीक्षा की तारीखें
UPMSP की ओर से 12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षाओं का आयोजन 23 जनवरी से 31 जनवरी 2025 तक किया जाएगा। ये परीक्षाएं दो चरणों में आयोजित की जाएंगी। पहले चरण में 23 जनवरी से 31 जनवरी के बीच आगरा, सहारनपुर, बरेली, लखनऊ, झांसी, चित्रकूट, अयोध्या, आजमगढ़, देवीपाटन और बस्ती मंडलों में प्रैक्टिकल परीक्षाएं होंगी।
वहीं, दूसरे चरण का आयोजन 1 फरवरी से 8 फरवरी 2025 तक होगा, जिसमें अलीगढ़, मेरठ, मुरादाबाद, कानपुर, प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी और गोरखपुर मंडल शामिल हैं। इन प्रैक्टिकल परीक्षाओं की निगरानी सीसीटीवी कैमरे द्वारा की जाएगी ताकि कोई भी नकल या अनुचित साधन का इस्तेमाल न हो सके।
स्टूडेंट्स के लिए हेल्प डेस्क
बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों के लिए यूपीएमएसपी ने हेल्प डेस्क की भी शुरुआत की है। हेल्प डेस्क का उद्देश्य छात्रों को परीक्षा से जुड़ी सभी समस्याओं का समाधान प्रदान करना है। यहां पर छात्रों को न केवल विषय-संबंधी मदद मिलेगी, बल्कि मानसिक तनाव और परीक्षा के दबाव से निपटने के लिए भी मार्गदर्शन किया जाएगा।
हेल्प डेस्क रोजाना सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक चालू रहेगा। छात्र 18001805310 और 18001805312 नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। इससे छात्रों को अपनी समस्याओं के समाधान में मदद मिलेगी और वे बेहतर तरीके से परीक्षा में प्रदर्शन कर पाएंगे।
परीक्षा की सुरक्षा पर जोर
यूपी बोर्ड ने परीक्षा की सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाए हैं। छात्रों को नकल से बचाने के लिए बोर्ड के अधिकारियों ने परीक्षा केंद्रों पर अतिरिक्त सुरक्षा की व्यवस्था की है। अब परीक्षा केंद्रों में हर गतिविधि पर निगरानी रखी जाएगी और नकल करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इसके अलावा, छात्रों को यह भी चेतावनी दी गई है कि अगर वे परीक्षा में नकल करने की कोशिश करेंगे तो उन्हें सख्त सजा मिलेगी। ऐसे में छात्रों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उन्हें पूरी ईमानदारी से परीक्षा में बैठना होगा और किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से बचना होगा।
यूपी बोर्ड परीक्षा 2025 के लिए तैयारी
इस बार यूपी बोर्ड परीक्षा में पहले से ज्यादा तैयारी की जा रही है। बोर्ड ने सुरक्षा और निगरानी के साथ-साथ छात्रों की मदद के लिए भी कई कदम उठाए हैं। हेल्प डेस्क और AI की निगरानी से छात्रों को सही रास्ते पर लाने की कोशिश की जा रही है। ऐसे में छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी तैयारी पूरी ईमानदारी से करें और नकल से बचें, ताकि वे बिना किसी डर के परीक्षा में अच्छे अंक ला सकें।