राहुल द्रविड़ ने स्कॉटलैंड के लिए क्यों खेला?

राहुल द्रविड़, भारतीय क्रिकेट के महानतम खिलाड़ियों में से एक हैं। 16 साल तक भारतीय टीम के सदस्य रहे द्रविड़ ने अपने करियर में 24,000 से ज्यादा रन बनाये और 48 शतक जड़े। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक समय ऐसा भी आया था, जब द्रविड़ ने भारत छोड़कर स्कॉटलैंड के लिए क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था? इसके पीछे की वजह जानकर आपको हैरानी हो सकती है, क्योंकि स्कॉटलैंड के लिए खेलते हुए उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया और अपनी बल्लेबाजी में नया रंग दिखाया।

भारत छोड़कर स्कॉटलैंड क्यों गए द्रविड़?

यह कहानी 2003 के वनडे वर्ल्ड कप के बाद की है। मार्च 2003 में, जब भारत ने वर्ल्ड कप का फाइनल खेला, तो भारतीय टीम का प्रदर्शन शानदार था। हालांकि, द्रविड़ ने उस टूर्नामेंट में अपनी उम्मीद के मुताबिक रन नहीं बनाये थे। उनके लिए यह एक मुश्किल वक्त था, क्योंकि वे टेस्ट क्रिकेट में बेहतरीन फॉर्म में थे, लेकिन वनडे क्रिकेट में वे उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे थे।

टीम इंडिया के कोच जॉन राइट ने इस दौरान द्रविड़ को काउंटी क्रिकेट में खेलने की सलाह दी थी। द्रविड़ ने इस सलाह को माना और ऑफ सीजन के दौरान स्कॉटलैंड की टीम को जॉइन कर लिया। यहां तक कि यह कदम उनका आत्मविश्वास वापस पाने और अपनी फॉर्म को फिर से चमकाने के लिए था।

स्कॉटलैंड के लिए रनों का अंबार

राहुल द्रविड़ ने स्कॉटलैंड के लिए काउंटी क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने वहां कुल 12 मुकाबले खेले, जिसमें 11 वनडे और पाकिस्तान के खिलाफ एक टूर गेम शामिल था। इन 12 मुकाबलों में द्रविड़ का प्रदर्शन कमाल का था, क्योंकि उन्होंने 66.66 की औसत से 600 रन बनाये थे। इसमें दो शतक और आठ अर्धशतक शामिल थे।

स्कॉटलैंड के लिए खेलते हुए द्रविड़ ने इंग्लैंड की काउंटी टीम समरसेट के खिलाफ 120 रन की शानदार पारी खेली, जो उनकी बल्लेबाजी के स्तर को दिखाने वाली पारी थी। हालांकि, शुरुआत में उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं था। पहले मैच में वह केवल 25 रन बना पाए थे, जबकि पाकिस्तान के खिलाफ वे बिना खाता खोले ही आउट हो गए थे। लेकिन उसके बाद द्रविड़ ने अपनी कक्षा दिखाते हुए एक के बाद एक शतक और अर्धशतक ठोक दिए।

भारत में वापसी और शानदार प्रदर्शन

स्कॉटलैंड के लिए खेलने के बाद द्रविड़ ने भारतीय टीम में शानदार वापसी की। उनकी बल्लेबाजी में जबरदस्त सुधार देखने को मिला। एक तरह से कह सकते हैं कि स्कॉटलैंड में बिताया गया समय उनके लिए टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ, क्योंकि इसके बाद उन्होंने भारतीय टीम के लिए वनडे क्रिकेट में भी दमदार प्रदर्शन किया और फिर से टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की की।

द्रविड़ के लिए यह वक्त एक नया अध्याय था। उन्होंने साबित कर दिया कि वह अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण से किसी भी हालात में खुद को ढाल सकते हैं। स्कॉटलैंड में रहते हुए भारतीय समुदाय ने भी उनका खूब समर्थन किया और उनकी मदद की। वहाँ रहने वाले भारतीयों ने मिलकर द्रविड़ के लिए पैसों का इंतजाम किया, ताकि वह टूर्नामेंट में खेल सकें।

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