दिल्ली में विधानसभा चुनावों का सन्नाटा अब टूट चुका है। चुनावी बिसात पर हर पार्टी अपनी पूरी ताकत झोंक चुकी है। खासतौर पर आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच की टक्कर तो अपने चरम पर पहुंच चुकी है। दिल्ली की सियासत में दोनों पार्टियों के बीच लगातार खींचतान बनी रहती है और आगामी चुनावों में यह मुकाबला और भी दिलचस्प होने वाला है।
2020 में दिल्ली विधानसभा चुनावों के दौरान आम आदमी पार्टी ने 62 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी की थी। वहीं, बीजेपी ने 2015 के मुकाबले प्रदर्शन में सुधार किया था, हालांकि वो फिर भी दिल्ली में सत्ता से दूर रही। लेकिन कुछ जिलों में बीजेपी ने अहम जीत दर्ज की और AAP को तगड़ा झटका दिया। हम बात करेंगे उन 3 जिलों के बारे में, जहां AAP को अपनी पूरी ताकत के बावजूद हार का सामना करना पड़ा और BJP ने अपनी स्थिति को मजबूत किया।
2020 में AAP का प्रदर्शन और बीजेपी की सुधार
दिल्ली में कुल 11 जिले हैं, जिनमें से 6 जिलों में आम आदमी पार्टी ने 2020 में क्लीन स्वीप किया था, वहीं 2015 में पार्टी ने 8 जिलों में जीत हासिल की थी। इस प्रकार देखा जाए तो AAP का प्रदर्शन कुछ हद तक कम हुआ था, हालांकि पार्टी के लिए यह भी बड़ी बात थी कि उसने दिल्ली में दोबारा जीत दर्ज की।
अब, बीजेपी की बात करें तो उसने अपनी स्थिति में सुधार किया था, खासतौर से कुछ क्षेत्रों में जहां वह 2015 में पूरी तरह से हार गई थी। बीजेपी ने 2020 में उन सीटों पर जीत हासिल की, जिन पर वह पहले हार चुकी थी। यही नहीं, बीजेपी ने कुछ नए क्षेत्रों में भी जीत हासिल की। खासतौर से पूर्वी दिल्ली के कुछ हिस्सों में बीजेपी का प्रदर्शन बेहतर रहा।
BJP का शानदार प्रदर्शन ईस्ट दिल्ली में
बीजेपी का प्रदर्शन सबसे ज्यादा पूर्वी दिल्ली जिले में देखा गया। यहां बीजेपी ने 0 से शुरुआत करते हुए 2 सीटों पर जीत दर्ज की थी। बीजेपी की यह सफलता AAP के लिए बड़ा झटका थी, क्योंकि पूर्वी दिल्ली की कुछ सीटें आम आदमी पार्टी के लिए मजबूत गढ़ मानी जाती थीं।
बीजेपी ने शाहदरा और नॉर्थ ईस्ट दिल्ली जिलों में भी अपनी स्थिति को मजबूत किया। शाहदरा जिले की विश्वास नगर विधानसभा सीट पर बीजेपी ने अपनी पकड़ मजबूत की। यहां बीजेपी के ओम प्रकाश शर्मा ने लगातार तीसरी बार जीत हासिल की। यह सीट पहले से ही बीजेपी के कब्जे में थी और आम आदमी पार्टी को यहां कभी जीत नहीं मिली थी।
विश्वास नगर में बीजेपी की हैट्रिक
शाहदरा जिले की विश्वास नगर विधानसभा सीट पर बीजेपी के ओम प्रकाश शर्मा ने 2020 में जीत हासिल की। यह सीट आम आदमी पार्टी के लिए हमेशा से ही कड़ी चुनौती रही है। 2013 से लेकर 2020 तक, ओम प्रकाश शर्मा ने लगातार जीत हासिल की है, जबकि AAP के उम्मीदवारों को हार का सामना करना पड़ा।
ओम प्रकाश शर्मा की जीत से यह साबित होता है कि बीजेपी ने इस क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। उन्होंने 2015 के चुनाव में AAP के डॉक्टर अतुल गुप्ता को हराया था और 2020 में भी AAP के दीपक सिंगला को हराया। यहां तक कि 2020 में AAP ने अपना उम्मीदवार बदलकर यह प्रयास किया था, लेकिन उन्हें फिर भी हार का सामना करना पड़ा।
2025 में त्रिकोणीय मुकाबला?
2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में यह सीटें फिर से अहम हो सकती हैं। बीजेपी और AAP के बीच अब तक की लड़ाई देखी जाए तो 2025 में एक त्रिकोणीय मुकाबला भी हो सकता है। कांग्रेस भी 10 साल के बाद दिल्ली में अपनी खोई हुई जमीन फिर से हासिल करने के लिए मेहनत कर रही है। वहीं, AAP की स्थिति सत्ता विरोधी लहर का सामना कर रही है।
दिल्ली में 2025 के चुनाव में बीजेपी, AAP और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने की पूरी संभावना है। बीजेपी की नजर इन सीटों पर तो होगी ही, साथ ही वह अपनी कुल सीटों में भी इजाफा करना चाहती है। वहीं, AAP अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए किसी भी तरह से इन सीटों को जीतने के लिए मेहनत करेगी।