भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला है। बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी शहरी नक्सलियों की सोच से प्रभावित हैं और उनकी पूरी तरह से गिरफ्त में हैं। इसके साथ ही उन्होंने राहुल गांधी पर हिंडनबर्ग रिसर्च से जुड़े आरोप भी लगाए, जिसमें उन्होंने सवाल किया कि क्या अब हिंडनबर्ग रिसर्च का ठेका राहुल गांधी को दे दिया गया है?
रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस नेता की आलोचना करते हुए कहा कि राहुल गांधी बार-बार कहते हैं कि उनकी लड़ाई भारतीय राज्य (Indian State) के खिलाफ है। उन्होंने पूछा कि क्या राहुल गांधी भारतीय गणराज्य के खिलाफ लड़ाई का मतलब समझते हैं? उन्होंने कहा, “आप विपक्ष के नेता हैं, भारतीय राज्य का हिस्सा हैं। राष्ट्रपति, संसद, मीडिया, ज्यूडिशियरी सब उसी राज्य का हिस्सा हैं। क्या आप इन सबकी आलोचना करना चाहते हैं?”
राहुल गांधी पर संघ की आलोचना के आरोप
रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी को याद दिलाया कि वे अक्सर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की आलोचना करते रहे हैं, लेकिन उन्होंने यह भी पूछा कि क्या उन्होंने कभी यह सोचा कि वे कहां से कहां पहुंच गए हैं और आरएसएस किस दिशा में बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, “आप अपने नाना जी से आलोचना कर रहे थे, लेकिन अब आप क्या सोचते हैं?” उन्होंने आरएसएस को एक राष्ट्रवादी और देशभक्त संगठन के रूप में पेश किया और राहुल गांधी को माओवादी सोच और शहरी नक्सलियों के प्रभाव में होने के लिए दोषी ठहराया।
रविशंकर प्रसाद ने कहा, “यह शर्मनाक है कि राहुल गांधी माओवादी विचारधारा को अपनाने की बात कर रहे हैं।”
हिंडनबर्ग को लेकर लगाए गए आरोप
रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि वे हिंडनबर्ग रिसर्च से जुड़े मुद्दों को उठाकर संसद के सत्र को हर बार धुंधला कर देते थे। उन्होंने कहा, “संसद के हर सत्र से पहले हिंडनबर्ग एक नया मुद्दा खड़ा कर देता था, जिससे पूरा सत्र धूल जाता था।” उन्होंने सवाल उठाया कि क्या अब हिंडनबर्ग रिसर्च का जिम्मा भारत में राहुल गांधी को सौंप दिया गया है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि “हिंडनबर्ग की दुकान अब बंद हो रही है” और इसके पीछे जॉर्ज सोरोस का हाथ हो सकता है, जिनके फंड में कमी आई है। उन्होंने हिंडनबर्ग को लेकर तंज कसते हुए यह भी कहा, “अब लगता है कि इस जिम्मेदारी को राहुल गांधी को सौंपा गया है।”
दिल्ली शराब नीति पर भी हमला
रविशंकर प्रसाद ने दिल्ली सरकार की शराब नीति पर भी हमला बोला, खासकर दिल्ली की मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी के बयान पर। उन्होंने कहा कि अगर आम आदमी पार्टी की सरकार आई तो वे शराब नीति को फिर से लाने की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “जो पार्टी नैतिकता की बात करती आई है, अब वही शराब नीति को फिर से लागू करने की बात कर रही है।”
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सीएजी (CAG) ने घोटाले का पता लगाया है, सीबीआई (CBI) ने भी घोटाले की जांच की है और स्पेशल कोर्ट ने भी घोटाले के बारे में पाया है। इसके बावजूद, अगर आम आदमी पार्टी फिर से वही शराब नीति लाने की बात करती है, तो यह “बहुत दुखद” है।
उन्होंने कहा कि “अन्ना हजारे के आंदोलन से निकली पार्टी जो नैतिकता का पक्ष ले रही थी, अब वही गड़बड़ी वाली शराब नीति लाने की बात कर रही है।”
पूर्वांचल के वोटर्स और केजरीवाल पर हमला
रविशंकर प्रसाद ने बीजेपी की तरफ से पूर्वांचल के लोगों को केवल 4 सीटों पर टिकट दिए जाने पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल के लोग सीटों की संख्या नहीं देखते, बल्कि वे शासन और सुशासन को महत्व देते हैं। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने कोरोना महामारी के दौरान लोगों को सड़क पर धकेल दिया था। रविशंकर प्रसाद ने यह भी कहा, “पूर्वांचल के वोटर्स इस बार केजरीवाल के छलावे में न आएं, और सुशासन को ही वोट दें।”
कांग्रेस की घोषणाओं पर सवाल
रविशंकर प्रसाद ने दिल्ली में कांग्रेस की तरफ से “फ्री” घोषणाओं पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, “घोषणा तो कर दी जाती है, लेकिन उस पर असर क्या होता है? हिमाचल और कर्नाटक में कांग्रेस की घोषणाएं खोखली साबित हुई हैं। जनता उनपर विश्वास नहीं करती, जबकि हमें विश्वास करती है।”
रविशंकर प्रसाद ने साफ कहा कि जनता को अब कांग्रेस की घोषणाओं से डरने की जरूरत नहीं है। बीजेपी जनता के विश्वास के साथ चुनाव मैदान में है, और यही कारण है कि लोग बीजेपी को बार-बार समर्थन दे रहे हैं।