दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए एक ओर दिलचस्प और संघर्षपूर्ण मुकाबला होने वाला है, जहां 70 सीटों पर कुल 699 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमाएंगे। नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद, 5 फरवरी को होने वाले मतदान के लिए सभी सीटों पर उम्मीदवारी तय हो गई है। चुनावी माहौल में और तेज हो गए आरोप-प्रत्यारोप के बीच दिल्ली की राजनीति में इस बार क्या होने वाला है, इस पर नजरें जम गई हैं।
नई दिल्ली में सबसे ज्यादा उम्मीदवार, अरविंद केजरीवाल के सामने 22 विरोधी
नई दिल्ली विधानसभा सीट, जहां से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चुनावी मैदान में हैं, पर इस बार मुकाबला काफी रोमांचक होने वाला है। इस सीट से कुल 23 उम्मीदवार चुनावी जंग में शामिल हैं। ये संख्या दिल्ली के किसी भी विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा है। अरविंद केजरीवाल को चुनौती देने के लिए बीजेपी ने परवेश वर्मा को मैदान में उतारा है। परवेश वर्मा दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं। वहीं कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित को टिकट दिया है। इस सीट पर इस बार तगड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है, क्योंकि आम आदमी पार्टी के खिलाफ बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने अपने प्रमुख उम्मीदवार उतारे हैं।
पटेल नगर और कस्तूरबा नगर में सबसे कम उम्मीदवार
दिल्ली की कुछ विधानसभा सीटें इस बार संख्या के मामले में बिल्कुल अलग दिखती हैं। पटेल नगर और कस्तूरबा नगर सीटों पर इस बार सिर्फ 5 उम्मीदवार ही चुनावी मैदान में हैं, जो कि सबसे कम हैं। इसके अलावा तिलक नगर, करोल बाग, गांधी नगर, ग्रेटर कैलाश, मंगोलपुरी, और त्रिनगर में भी केवल 6-6 उम्मीदवार चुनावी दंगल में शामिल होंगे। इन सीटों पर मुकाबला कम उम्मीदवारों के बीच होने की संभावना है, लेकिन फिर भी हर सीट पर राजनीति में टकराव होने की पूरी संभावना है।
ग्रेटर कैलाश और कस्तूरबा नगर में दिलचस्प मुकाबला
ग्रेटर कैलाश सीट पर इस बार आम आदमी पार्टी के सौरभ भारद्वाज, बीजेपी की शिखा राय, और कांग्रेस के गर्वित सिंघवी प्रमुख उम्मीदवार हैं। इन सभी नेताओं के बीच कांटे की टक्कर होने की संभावना है। वहीं, कस्तूरबा नगर में आम आदमी पार्टी के रमेश पहलवान, बीजेपी के नीरज बसोया, और कांग्रेस के अभिषेक दत्त के बीच भिड़ंत होगी। इन दोनों सीटों पर राजनीतिक समीकरण दिलचस्प हैं, क्योंकि हर पार्टी अपनी पूरी ताकत से इन्हें जीतने की कोशिश कर रही है।
बीजेपी का आरोप – आप ने आपराधिक रिकॉर्ड वाले उम्मीदवारों को टिकट दिया
जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, दिल्ली का राजनीतिक तापमान भी बढ़ता जा रहा है। बीजेपी ने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाया है कि उसने अपने उम्मीदवारों की सूची में सबसे ज्यादा आपराधिक रिकॉर्ड वाले लोगों को जगह दी है। बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने कहा कि आम आदमी पार्टी हमेशा यह दावा करती रही है कि वह विधानसभा में अपराधियों को जगह नहीं देगी, लेकिन इस बार सूची में अधिकांश उम्मीदवारों का आपराधिक रिकॉर्ड है। उन्होंने कहा कि करीब 60 प्रतिशत उम्मीदवार ऐसे हैं जिनके खिलाफ आपराधिक मामले चल रहे हैं, जो कि आप के दावों का उल्लंघन है।
दिल्ली में विधानसभा चुनाव 2025 के मुख्य आंकड़े
- चुनाव की तिथि: 5 फरवरी 2025
- वोटों की गिनती: 8 फरवरी 2025
- कुल उम्मीदवार: 699
- सबसे ज्यादा उम्मीदवार: नई दिल्ली (23 उम्मीदवार)
- सबसे कम उम्मीदवार: पटेल नगर, कस्तूरबा नगर (5 उम्मीदवार)
कांग्रेस की हालत और आम आदमी पार्टी का दबदबा
दिल्ली में पिछले 15 सालों से सत्ता में रहने वाली कांग्रेस को पिछले दो विधानसभा चुनावों में झटका लगा था। 2015 और 2020 के चुनावों में कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। वहीं, आम आदमी पार्टी ने दोनों चुनावों में शानदार प्रदर्शन किया था। 2015 में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 67 सीटें जीती थीं, जबकि 2020 में यह आंकड़ा 62 सीटों तक पहुंच गया था। बीजेपी को उस दौरान केवल तीन और आठ सीटें ही मिली थीं। इस बार भी आम आदमी पार्टी अपनी स्थिति को बनाए रखने की पूरी कोशिश करेगी, जबकि बीजेपी और कांग्रेस इसे चुनौती देने के लिए तैयार हैं।
चुनावी तैयारी और संभावित परिणाम
दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनावों के परिणाम, खासकर आम आदमी पार्टी के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही अपने-अपने चुनावी मुद्दों को लेकर जनता के बीच प्रचार कर रहे हैं। वहीं, आम आदमी पार्टी भी अपनी योजनाओं और उपलब्धियों को लेकर जनता के बीच लगातार संवाद कर रही है। इन तीनों प्रमुख पार्टियों के बीच चुनावी मुकाबला देखना दिलचस्प होगा।