दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचार-प्रसार अपने चरम पर पहुंच चुका है और इस दौरान राजनीति गरमाती जा रही है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार पर जमकर हमला बोला था। इसके जवाब में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पलटवार करते हुए सीएम योगी को निशाने पर लिया और गृह मंत्री अमित शाह को भी बीच में घसीट लिया।
योगी आदित्यनाथ ने क्या कहा?
गुरुवार को जनकपुरी विधानसभा क्षेत्र में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आम आदमी पार्टी की सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए। योगी ने कहा कि दिल्ली में कानून व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ चुकी है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि आप सरकार ने घुसपैठियों को मदद दी और 2020 के दंगे भी बांग्लादेशी घुसपैठियों की मदद से भड़काए गए। साथ ही, उन्होंने दिल्ली की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए और इसे सुधारने की आवश्यकता बताई।
योगी ने दिल्ली के हालात को लेकर कहा कि यहां महिलाएं सड़कों पर सुरक्षित नहीं हैं, और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय, केजरीवाल सरकार ने केवल उनकी मदद की है। योगी ने दिल्ली में डबल इंजन की सरकार बनने की बात भी कही, ताकि दिल्ली को इंद्रप्रस्थ की तरह विकसित किया जा सके।
केजरीवाल का पलटवार
योगी आदित्यनाथ के बयान का जवाब देने में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने देरी नहीं की। केजरीवाल ने कहा, “योगी जी सही कह रहे हैं कि दिल्ली की कानून व्यवस्था बहुत खराब है, मैं उनसे पूरी तरह सहमत हूं।” हालांकि, इसके बाद केजरीवाल ने पलटवार करते हुए कहा कि दिल्ली की कानून व्यवस्था का मामला केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय के तहत आता है, और इस स्थिति को सुधारने की जिम्मेदारी सीधे तौर पर अमित शाह पर है।
केजरीवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “योगी जी ने कहा कि यूपी में बदमाशों का सफाया कर दिया है, लेकिन दिल्ली में बदमाश खुलेआम घूम रहे हैं। सड़कों पर फायरिंग हो रही है, महिलाएं घरों से बाहर नहीं निकल पा रही हैं। मैं योगी जी से कहना चाहूंगा कि दिल्ली की कानून व्यवस्था का जिम्मा अमित शाह के पास है, उन्हें अपनी भूमिका निभानी चाहिए। उन्हें गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठकर इस मुद्दे पर बात करनी चाहिए और कानून व्यवस्था को ठीक करने के लिए उन्हें मार्गदर्शन देना चाहिए।”
सीएम योगी के आरोपों का जवाब
सीएम योगी ने केजरीवाल की सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठियों की मदद से दिल्ली में 2020 में दंगे भड़काए गए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि आप के पार्षदों और अधिकारियों ने मिलकर शाहीन बाग में अराजकता फैलाई और हिंसा को बढ़ावा दिया। योगी ने कहा, “दिल्ली में जो हुआ, वह घुसपैठियों और उनकी मदद करने वाले अधिकारियों का परिणाम था।”
योगी ने यह भी कहा कि अगर आप उन राज्यों को देखें जहां बीजेपी की डबल इंजन सरकार सत्ता में है, तो वहां के वातावरण में साफ-सफाई और सुरक्षा का माहौल मिलेगा। उन्होंने दिल्लीवासियों से अपील की कि वे एक मजबूत और सुरक्षित दिल्ली के लिए डबल इंजन की सरकार को वोट दें।
दिल्ली विधानसभा चुनाव पर असर
दिल्ली विधानसभा चुनाव 5 फरवरी को एक ही चरण में होंगे और वोटों की गिनती 8 फरवरी को होगी। ऐसे में इन आरोप-प्रत्यारोपों का चुनावी माहौल पर गहरा असर पड़ेगा। दोनों नेता एक-दूसरे पर प्रहार करते हुए दिल्ली में अपनी-अपनी पार्टी को फायदा पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं।
सीएम योगी के आरोपों और केजरीवाल के पलटवार से साफ है कि दिल्ली चुनाव के मैदान में सियासी तूफान मचा हुआ है। योगी आदित्यनाथ जहां एक ओर दिल्ली की आप सरकार की कानून व्यवस्था और घुसपैठियों के मुद्दे को उठा रहे हैं, वहीं अरविंद केजरीवाल ने इन आरोपों को केंद्र सरकार पर डालते हुए अमित शाह को जिम्मेदार ठहराया है।
अब देखना यह होगा कि दिल्ली के लोग इस घमासान में किसे अपनी पसंदीदा सरकार चुनते हैं और कौन सा पक्ष चुनावी रण में जीतता है।