दिल्ली विधानसभा चुनाव का प्रचार तो खत्म हो चुका है, लेकिन चुनावी माहौल में एक और हाई वोल्टेज ड्रामा सामने आया है। मुख्यमंत्री आतिशी पर पुलिस ने आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया है। यह मामला उस वक्त का है जब वह अपने काफिले के साथ गोविंदपुरी इलाके में पहुंची थीं।
आरोपों का सिलसिला: पुलिस और समर्थकों के बीच नोकझोंक
सीएम आतिशी ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता रमेश बिधूड़ी के बेटे और भतीजे चुनाव को प्रभावित करने के लिए लोगों को डराने-धमकाने की कोशिश कर रहे थे। यही वजह थी कि वह अपने समर्थकों के साथ थाने पहुंची थीं।
लेकिन यहां से मामला उलट गया और पुलिस ने सीएम आतिशी के खिलाफ ही कार्रवाई शुरू कर दी। पुलिस का कहना है कि आचार संहिता के मुताबिक प्रचार के अंतिम दिन के बाद किसी भी उम्मीदवार या उनके समर्थकों को प्रचार करने की अनुमति नहीं होती। हालांकि, आतिशी रात के वक्त 10 गाड़ियों के काफिले के साथ वहां पहुंची थीं, जो कि नियमों के खिलाफ था।
पुलिस ने जब उन्हें यह सब करने से रोका तो उनके समर्थकों ने विरोध करना शुरू कर दिया। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच नोकझोंक हुई, और कुछ ही देर में यह मामला थाने तक जा पहुंचा। पुलिस ने सीएम आतिशी और उनके समर्थकों के खिलाफ FIR दर्ज कर दी।
दो FIR दर्ज, दोनों ही पक्षों पर कार्रवाई
दिल्ली पुलिस ने दो अलग-अलग मामलों में FIR दर्ज की। पहला मामला आतिशी के खिलाफ है, जिसमें उन पर आचार संहिता उल्लंघन का आरोप है। दूसरा मामला उनके समर्थकों के खिलाफ है, जिन्होंने पुलिसकर्मियों के साथ बदसलूकी की और चुनाव आयोग के सदस्य बनकर रमेश बिधूड़ी के भतीजे का रास्ता रोकने की कोशिश की।
वहीं, पुलिस ने रमेश बिधूड़ी के भतीजे के खिलाफ भी कलंदरा (NCR) दर्ज किया है, जो इस मामले का एक अहम हिस्सा बनता है।
सीएम आतिशी का बयान, “चुनाव आयोग का भी ग़ज़ब है”
आतिशी ने सोशल मीडिया पर इस पूरे घटनाक्रम पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा, “चुनाव आयोग भी ग़ज़ब है! रमेश बिधूड़ी के परिवार के सदस्य खुले-आम आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं, लेकिन उन पर कोई एक्शन नहीं लिया जाता। मैंने पुलिस को शिकायत की, लेकिन उन्होंने मेरे खिलाफ केस दर्ज कर लिया।”
अरविंद केजरीवाल का आरोप: चुनाव आयोग और पुलिस का ‘गुंडागर्दी’ समर्थन
आतिशी पर केस दर्ज किए जाने के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी सोशल मीडिया पर इस मामले पर प्रतिक्रिया दी। केजरीवाल ने लिखा, “दिल्ली में खुले आम हो रही गुंडागर्दी के खिलाफ शिकायत करने पर चुनाव आयोग ने मेरे ऊपर केस कर दिया। अब दिल्ली पुलिस और चुनाव आयोग का आधिकारिक स्टैंड यही है कि बीजेपी की गुंडागर्दी को संरक्षण दिया जाएगा।”
उन्होंने आगे आरोप लगाया, “अगर कोई इन गलत कामों को रोकने की कोशिश करेगा, तो उस पर पुलिस और चुनाव आयोग की ओर से केस दर्ज किया जाएगा।”
काफिले का मुद्दा
सीएम आतिशी पर आरोप है कि उन्होंने 10 गाड़ियों के काफिले के साथ अपने 50-60 समर्थकों को लेकर रात के वक्त गोविंदपुरी पहुंची थीं, जबकि आचार संहिता के तहत प्रचार खत्म होने के बाद ऐसा करना प्रतिबंधित है। पुलिस ने जब उन्हें वहां से जाने के लिए कहा तो उन्होंने विरोध किया, जिससे तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई।
क्यों पहुंची थीं CM आतिशी थाने?
आतिशी बीजेपी के उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी के बेटे और भतीजे के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाने के लिए थाने पहुंची थीं। उनका आरोप था कि बिधूड़ी के परिवार के सदस्य लोगों को धमका रहे हैं, जिससे चुनाव प्रक्रिया प्रभावित हो रही है। यही वजह थी कि वह अपनी टीम के साथ इस मामले की शिकायत करने आईं।