मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में वोटिंग का सिलसिला जारी है, और इस बीच मतदान को लेकर कई विवाद भी सामने आ रहे हैं। अब तक 11 बजे तक 29.8 प्रतिशत मतदान हो चुका है। हालांकि, इस प्रक्रिया में विवादों और आरोपों का सिलसिला भी देखने को मिल रहा है। समाजवादी पार्टी (सपा) ने चुनाव को लेकर अपनी चिंताएं जताते हुए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं, ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ी का हल निकाला जा सके।
मतदान प्रक्रिया और शिकायतों का दौर
मिल्कीपुर उपचुनाव में मतदाता अपने वोट डालने के लिए बड़ी संख्या में पोलिंग बूथों पर पहुंचे हैं। जानकारी के अनुसार, इस सीट पर करीब 3 लाख 70 हजार मतदाता वोट डालेंगे। इनमें से 1,92,984 पुरुष मतदाता, 1,77,838 महिला मतदाता हैं, और लगभग 4811 युवा मतदाता पहली बार वोट डालेंगे। इसके साथ ही कुछ थर्ड जेंडर वोटर्स भी इस चुनाव में शामिल होंगे।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा लगातार हालात पर नजर रखी जा रही है। कमिश्नर गौरव दयाल, आईजी प्रवीण कुमार, डीएम चंद्र विजय सिंह और एसएसपी राजकरण नय्यर लगातार भ्रमणशील हैं, ताकि वोटिंग प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी न हो। लेकिन कुछ बूथों पर ईवीएम मशीनों में तकनीकी खामी के कारण मतदान थोड़ी देर के लिए रुक भी गया था। हालांकि, बाद में ईवीएम को बदलकर मतदान को फिर से सुचारू रूप से शुरू किया गया।
इसी बीच, सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने आरोप लगाया कि उनके पार्टी कार्यकर्ताओं को पोलिंग बूथों से भगाया जा रहा है। उन्होंने इसे भाजपा के दबाव का परिणाम बताया और कहा कि भाजपा सत्ता में रहते हुए चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित कर रही है। उन्होंने अपने बयान में यह भी कहा कि भाजपा के लोग हर संभव तरीके से चुनाव में गड़बड़ी करने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को नुकसान पहुंचाया जा सके।
सपा और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप
उपचुनाव से पहले सपा और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है। सोमवार को चुनाव प्रचार समाप्त होने से पहले समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने एक सभा में भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि पिछले साल भाजपा ने नौ सीटों पर उपचुनाव कराए थे, लेकिन मिल्कीपुर सीट पर चुनाव टाल दिया। उनका कहना था कि भाजपा को डर था कि मिल्कीपुर के लोग समाजवादियों का साथ कभी नहीं छोड़ेंगे। इसलिए उन्होंने जानबूझकर चुनाव को टाल दिया, ताकि समाजवादी पार्टी को नुकसान न पहुंचे।
इसी दौरान, सांसद अवधेश प्रसाद ने अयोध्या में एक दलित युवती की हत्या के मामले को लेकर गहरी नाराजगी जाहिर की। इस मामले को लेकर वे इतने भावुक हो गए कि प्रेसवार्ता के दौरान आंसू भी बहाए। उन्होंने कहा कि वे उस युवती को बचाने में असफल रहे, और यह उनके लिए बहुत पीड़ादायक है। इस घटना ने पूरी राजनीति में हलचल मचा दी है, और इसे लेकर भी आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।
सपा ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
वोटिंग के दौरान किसी भी गड़बड़ी से बचने और चुनाव संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए सपा ने 10 हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। सपा का कहना है कि चुनाव में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को लेकर मतदाता इन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं। इससे पहले, दोनों प्रमुख पार्टियां (सपा और भाजपा) सोशल मीडिया पर भी कई गंभीर आरोप लगाए थे और निर्वाचन आयोग से चुनाव निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से कराने की मांग की थी।
मतदान की दिशा
मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में मतदान के लिए उत्साह देखा जा रहा है। सभी पोलिंग बूथों पर लंबी कतारें लगी हुई हैं, और मतदाता पूरी निष्ठा से अपने वोट का प्रयोग कर रहे हैं। मतदान का प्रतिशत बढ़ने के बाद प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया कि मतदान प्रक्रिया पूरी तरह से निष्पक्ष और सुरक्षित रहे। अधिकारियों द्वारा लगातार जांच और निगरानी रखी जा रही है ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोका जा सके।
सपा और भाजपा की रणनीतियाँ
सपा और भाजपा दोनों ही अपनी-अपनी रणनीतियों के तहत चुनावी मैदान में हैं। सपा ने वोटिंग के दौरान चुनाव से जुड़ी समस्याओं के निवारण के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए, जबकि भाजपा ने आरोप लगाए कि सपा के कार्यकर्ता बूथों से बाहर हो रहे हैं।
मिल्कीपुर उपचुनाव की मतगणना 8 फरवरी को होगी, और इसके बाद यह तय होगा कि इस विधानसभा क्षेत्र की कमान कौन सी पार्टी के हाथ में जाएगी। इस उपचुनाव में भाजपा और सपा दोनों ही अपनी-अपनी जीत की दावेदारी पेश कर रहे हैं, और दोनों ही पार्टियां वोटर्स के बीच अपनी पकड़ बनाए रखने की पूरी कोशिश कर रही हैं।