दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 का आज बड़ा दिन है। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर आज वोट डाले जाएंगे। सुबह 7 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक वोटिंग का वक्त रखा गया है। इस चुनाव में 1.56 करोड़ से ज्यादा मतदाता अपने वोट के जरिए दिल्ली के भविष्य का फैसला करेंगे। इस बार कुल 699 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं, जिनकी किस्मत आज तय होगी। दिल्ली में 13,766 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। चुनाव आयोग ने पूरी तैयारी कर रखी है ताकि वोटिंग प्रक्रिया बिना किसी परेशानी के संपन्न हो।
चुनाव के दिन दिल्ली में चुनावी माहौल कुछ अलग ही होगा। सुरक्षा के लिए दिल्ली पुलिस, होमगार्ड्स और अर्धसैनिक बलों के करीब 60 हजार जवान तैनात किए गए हैं। यही नहीं, खासकर उन इलाकों में, जहां वोटिंग को लेकर कोई परेशानी हो सकती थी, वहां ड्रोन से निगरानी रखी जाएगी।
कौन-कौन सी पार्टी है मुकाबले में?
दिल्ली में इस बार चुनावी मुकाबला बहुत दिलचस्प हो गया है। तीन बड़ी पार्टियां – आम आदमी पार्टी (AAP), भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस – के बीच सीधी टक्कर है।
आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल फिर से दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने का दावा कर रहे हैं। उनका कहना है कि दिल्ली सरकार ने अपनी योजनाओं के जरिए जनता के भले के लिए काफी काम किया है और इस बार भी उन्हें जनता का पूरा समर्थन मिलेगा। आम आदमी पार्टी का दावा है कि दिल्ली में उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली-पानी के मामले में बहुत सुधार किया है, और जनता इसे समझ रही है।
वहीं भारतीय जनता पार्टी (BJP) भी दिल्ली में 25 साल बाद सत्ता में वापसी के लिए पूरी ताकत लगा रही है। बीजेपी का कहना है कि दिल्ली की जनता अब ‘आप’ सरकार से थक चुकी है, और वो बदलाव चाहती है। बीजेपी का दावा है कि दिल्ली में अब ‘आप’ सरकार का कामकाज ठीक से नहीं चल पा रहा, इसलिए लोग भाजपा को मौका देने के लिए तैयार हैं।
कांग्रेस भी इस बार कुछ अलग तरीके से चुनावी मैदान में उतरी है। पिछले चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन बहुत ही खराब रहा था, लेकिन इस बार पार्टी ने पुराने नेताओं को टिकट देकर अपनी रणनीति को मजबूत किया है। कांग्रेस को उम्मीद है कि दिल्ली की जनता इस बार उनकी ओर वोट देगी। हालांकि, कांग्रेस को इस बार बीजेपी और आम आदमी पार्टी से कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ रहा है।
चुनाव आयोग की सुरक्षा व्यवस्था
चुनाव आयोग ने दिल्ली में वोटिंग के लिए सुरक्षा को लेकर कड़ी तैयारियां की हैं। चुनाव को शांतिपूर्वक और निष्पक्ष तरीके से कराने के लिए कुल 220 कंपनियों के अर्धसैनिक बल, 35,626 दिल्ली पुलिस के जवान और 19,000 होमगार्ड तैनात किए गए हैं। इसके अलावा, आयोग ने करीब 3000 पोलिंग बूथों को संवेदनशील घोषित किया है, जिन पर खास ध्यान रखा जा रहा है।
इसके साथ ही चुनाव आयोग ने 733 पोलिंग बूथों को खास तौर पर वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग मतदाताओं के लिए तैयार किया है। वहीं, कतारों से बचने के लिए क्यूएमएस (Queue Management System) ऐप लॉन्च किया है, जो बताएगा कि पोलिंग बूथ पर कितनी भीड़ है।
चुनाव से पहले ही दिल्ली की सियासत गरम हो गई है। आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है। AAP नेता आतिशी ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि बीजेपी के उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी के बेटे और समर्थक वोटरों को धमका रहे हैं। आतिशी ने इसके सबूत के रूप में वीडियो भी शेयर किया। इसके बाद दोनों पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प भी हुई, और मामला पुलिस स्टेशन तक पहुंचा। हालांकि, पुलिस ने इस मामले में आतिशी के खिलाफ ही आचार संहिता उल्लंघन का केस दर्ज किया।
चुनाव आयोग ने इस बारे में बयान दिया कि कुछ राजनीतिक दल जानबूझकर आयोग की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि आयोग ने किसी पार्टी का नाम नहीं लिया।
कब आएंगे नतीजे?
दिल्ली विधानसभा चुनाव और मिल्कीपुर उपचुनाव के नतीजे 8 फरवरी को आएंगे। उस दिन यह साफ हो जाएगा कि दिल्ली की सत्ता का अगला वारिस कौन बनेगा। साथ ही मिल्कीपुर सीट पर भी उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होगा।