Saturday, February 8, 2025

नई दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: नई दिल्ली सीट पर तीसरे राउंड की गिनती में केजरीवाल 343 वोटों से आगे, प्रवेश वर्मा पीछे

नई दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के परिणामों का दिन आ गया है, और दिल्ली में राजनीतिक गर्मी बढ़ी हुई है। वोटों की गिनती शुरू हो गई है और शुरुआती रुझान आ चुके हैं। इस बार की नई दिल्ली सीट पर AAP के अरविंद केजरीवाल, BJP के प्रवेश वर्मा और कांग्रेस के संदीप दीक्षित मैदान में हैं। चुनावी माहौल में इस सीट को लेकर काफी दिलचस्पी है, क्योंकि यहां के वोटर का मनमौजी रुझान हमेशा चर्चा में रहता है।

नई दिल्ली सीट के पल-पल के अपडेट्स

  • तीसरे राउंड की गिनती में अरविंद केजरीवाल 343 वोटों से आगे चल रहे हैं.
  • दूसरे राउंड की गिनती पूरी हो गई है. इस राउंड के अंत तक अरविंद केजरीवाल को 4679 वोट मिले हैं.
  • नई दिल्ली सीट पर दूसरे राउंड की गिनती शुरू हो गई है. इस राउंड की गिनती के अरविंद केजरीवाल 254 वोटों से आगे हो गए हैं.
  • नई दिल्ली सीट पर प्रवेश सिंह 74 वोटों से आगे चल रहे हैं. पहले राउंड की गिनती पूरी हो गई है.
  • नई दिल्ली सीट के शुरुआती रुझान AAP के लिए निराशाजनक है. केजरीवाल 1500 वोटों से पीछे चल रहे हैं.
  • काउंटिंग शुरू होने के 45 मिनट बाद तक अरविंद केजरीवाल पीछे चल रहे हैं. प्रवेश वर्मा बढ़त बनाए हुए हैं.
  • शुरुआती काउंटिंग में नई दिल्ली सीट पर अरविंद केजरीवाल पीछे चल रहे हैं.
  • पोस्टल बैलेट की गिनती हो रही है.
  • वोटों की काउंटिंग शुरू हो गई है. मतगणना स्थल के बाहर राजनीतिक दलों के समर्थकों की भीड़ जुटी हुई है.
  • अरविंद केजरीवाल का एक फैन अव्यान तोमर उनके समर्थन में उनके जैसे कपड़े पहनकर उनके आवास पर पहुंचा.

अरविंद केजरीवाल का सामना प्रवेश वर्मा से

नई दिल्ली सीट पर चुनावी मुकाबला काफी कड़ा है। AAP ने इस बार भी अपने दिग्गज नेता अरविंद केजरीवाल को मैदान में उतारा है। बीजेपी ने इस बार केजरीवाल के खिलाफ अपने स्टार उम्मीदवार प्रवेश वर्मा को खड़ा किया है। प्रवेश वर्मा दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहब सिंह वर्मा के बेटे हैं, जबकि कांग्रेस ने इस सीट से संदीप दीक्षित को मैदान में उतारा है, जो दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे हैं।

शुरुआती रुझान और गिनती की स्थिति

चुनाव परिणामों की काउंटिंग अभी जारी है। शुरुआती रुझानों में अरविंद केजरीवाल पीछे चल रहे हैं, जबकि बीजेपी के प्रवेश वर्मा आगे दिख रहे हैं। फिलहाल, पोस्टल बैलेट्स की गिनती की जा रही है और थोड़ी देर में स्थिति साफ हो सकती है। केजरीवाल के समर्थक उनके घर के बाहर जुटे हुए हैं और उनके समर्थन में उत्साहित हैं। एक दिलचस्प घटना भी सामने आई है जब एक फैन, अव्यान तोमर, अरविंद केजरीवाल के जैसे कपड़े पहनकर उनके आवास पर पहुंचा और समर्थन का इज़हार किया।

प्रवेश वर्मा की तैयारी

बीजेपी के उम्मीदवार प्रवेश वर्मा ने मतगणना से पहले कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर में मत्था टेका। उन्होंने दावा किया कि दिल्ली में बीजेपी की सरकार बन रही है। प्रवेश वर्मा अपने घर से निकले और अज्ञात स्थान पर गए। उन्होंने कहा कि वे एक घंटे में लौटकर अपनी अगली रणनीति पर ध्यान देंगे। इस बीच, काउंटिंग स्थल पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं ताकि किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना न हो।

पिछले चुनावों में कैसा था मुकाबला?

नई दिल्ली सीट पर पहले भी चुनावी मुकाबले काफी दिलचस्प रहे हैं। 2020 में अरविंद केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सुनील कुमार यादव को 21,697 वोटों के अंतर से हराया था। इस चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार रोमेश संभरवाल को महज 3,220 वोट मिले थे। इसके पहले, 2015 के विधानसभा चुनाव में केजरीवाल ने नूपुर शर्मा (BJP) और किरन वालिया (Congress) को हराकर 31,583 मतों से जीत हासिल की थी।

2020 चुनाव परिणाम का प्रभाव

2020 के चुनाव में केजरीवाल के लिए जीत का अंतर थोड़ा कम हो गया था, लेकिन फिर भी उन्होंने सुनील यादव को अच्छे खासे वोटों से हराया। इसके बावजूद, दिल्ली की राजनीति में केजरीवाल की मजबूत पकड़ देखने को मिली। यहां के वोटर्स ने एक बार फिर से AAP को अपनी पसंद बनाया था, हालांकि भाजपा ने भी काफी ताकत लगाई थी।

नई दिल्ली सीट का ऐतिहासिक संदर्भ

नई दिल्ली विधानसभा सीट का इतिहास भी काफी दिलचस्प है। पहले इसे गोल मार्केट विधानसभा सीट के नाम से जाना जाता था। इस सीट पर पहली बार 1993 में बीजेपी को जीत मिली थी, जब क्रिकेटर कीर्ति आजाद ने चुनाव में जीत हासिल की थी। लेकिन 1998 में यह सीट कांग्रेस के पास चली गई थी। शीला दीक्षित, जो दिल्ली की मुख्यमंत्री भी बनीं, ने इस सीट से जीत हासिल की थी। इसके बाद 2003 में कांग्रेस ने एक बार फिर से इस सीट पर जीत दर्ज की थी और शीला दीक्षित लगातार दो बार मुख्यमंत्री बनीं। 2008 में भी शीला दीक्षित ने इस सीट पर जीत हासिल की थी।

2013 और उसके बाद का बदलाव

2013 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने अपनी दस्तक दी थी और दिल्ली की सियासत में नया मोड़ लिया था। अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को इस सीट पर हराकर 25,864 वोटों से जीत हासिल की थी। वहीं, बीजेपी के उम्मीदवार विजेंदर गुप्ता तीसरे स्थान पर रहे थे। 2015 के विधानसभा चुनाव में केजरीवाल ने अपनी जीत का अंतर बढ़ाया और 31,583 वोटों से विजय प्राप्त की थी।

2025 के चुनाव में क्या होगा?

नई दिल्ली सीट पर 2025 के चुनाव में परिणाम कुछ अलग दिखाई दे रहे हैं। शुरुआती रुझानों के अनुसार, प्रवेश वर्मा के पास ज्यादा वोटों की बढ़त हो सकती है। हालांकि, केजरीवाल के समर्थकों का उत्साह कम नहीं हुआ है और पूरी दिल्ली की नजरें इस सीट पर बनी हुई हैं।

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