दिल्ली विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने एक बार फिर से अपना दबदबा कायम करते हुए बहुमत के साथ सत्ता में वापसी की है। 27 साल के वनवास के बाद दिल्ली में बीजेपी ने भगवा लहराते हुए आम आदमी पार्टी (AAP) को झटका दिया है। इस चुनाव में अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया समेत पार्टी के बड़े नेता हार गए हैं, जिससे बीजेपी के खेमे में खुशी की लहर दौड़ गई है।
केजरीवाल और सिसोदिया की हार, बीजेपी की शानदार वापसी
दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे बीजेपी के पक्ष में साफ होते नजर आ रहे हैं। अरविंद केजरीवाल, जो दिल्ली के मुख्यमंत्री पद के सबसे बड़े चेहरे माने जाते थे, उन्हें नई दिल्ली सीट से हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने प्रवेश वर्मा के खिलाफ 1200 वोटों के अंतर से हार मानी। इसके अलावा, मनीष सिसोदिया, जो जंगपुरा से उम्मीदवार थे, उन्हें भी हार का सामना करना पड़ा। इन दोनों नेताओं की हार ने दिल्ली की राजनीति में बड़ा उलटफेर कर दिया है।
बीजेपी के उम्मीदवारों ने आम आदमी पार्टी के महारथियों को धूल चटाते हुए कई सीटों पर कब्जा किया है। दिल्ली के विधानसभा चुनावों में कुल 70 सीटें हैं, जिसमें बहुमत के लिए 36 सीटों की जरूरत होती है। बीजेपी के रुझानों के अनुसार, पार्टी 47 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि आम आदमी पार्टी 23 सीटों पर ही आगे है।
एग्जिट पोल और रुझान: बीजेपी के पक्ष में साबित हुआ अनुमान
दिल्ली में एग्जिट पोल्स ने पहले ही बीजेपी को आम आदमी पार्टी पर बढ़त दिखाई थी, और अब यह अनुमान पूरी तरह से सही साबित हो रहा है। शुरुआती घंटों में बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली, लेकिन जैसे-जैसे वोटों की गिनती बढ़ी, बीजेपी ने अपना गियर बदल लिया और भारी बहुमत के साथ अपनी स्थिति मजबूत कर ली।
रुझानों के मुताबिक, बीजेपी ने एक बड़ा उलटफेर करते हुए आम आदमी पार्टी के गढ़ में सेंध लगाई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम 7:30 बजे बीजेपी मुख्यालय पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे, और उनकी उपस्थिति से पार्टी का उत्साह और बढ़ेगा।
बीजेपी के लिए मील का पत्थर, दिल्ली में भगवा की विजय
दिल्ली में बीजेपी की वापसी इस बात का संकेत है कि दिल्लीवाले बदलाव के पक्षधर हैं। एक समय था जब दिल्ली में बीजेपी को पूरी तरह से नकारा गया था, लेकिन अब पार्टी ने अपनी मजबूत रणनीति और समर्थन से सत्ता में वापसी की है। बीजेपी का यह चुनावी अभियान न केवल दिल्ली में बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। अब देखना होगा कि दिल्ली में बीजेपी की सरकार के आने के बाद आम आदमी पार्टी किस रणनीति को अपनाती है।