Tuesday, February 11, 2025

आपके यहां कितने घंटे आने चाहिए बिजली, सरकार ने संसद में बताया

गर्मी का मौसम आते ही बिजली कटौती का मुद्दा हमेशा ताजगी के साथ सामने आ जाता है। देश भर के शहरों और गांवों में लोग बिजली की कमी के कारण परेशान रहते हैं, खासकर गर्मी के दिनों में। लेकिन अब सरकार ने बिजली आपूर्ति को लेकर कुछ महत्वपूर्ण आंकड़े और योजनाओं का खुलासा किया है। केंद्रीय मंत्री श्रीपद नाइक के मुताबिक, साल 2025 तक देशभर में बिजली की स्थिति में बड़ा सुधार होने की उम्मीद है, और सरकार का दावा है कि इस समय 24 घंटे बिजली तो नहीं, लेकिन हर महीने 21 घंटे से ज्यादा बिजली लोगों तक पहुंचाई जा रही है।

बिजली की स्थिति: गांव और शहर में कितना मिल रहा है बिजली?

सरकार का कहना है कि पिछले कुछ सालों में बिजली आपूर्ति की स्थिति में सुधार हुआ है। अब देश के गांवों में औसतन 21.9 घंटे बिजली मुहैया कराई जा रही है, जो कि 2014 में सिर्फ 12.5 घंटे हुआ करती थी। वहीं, शहरी इलाकों में यह आंकड़ा और भी बेहतर है, जहां 23.4 घंटे बिजली मिल रही है, जबकि पहले यह आंकड़ा 22 घंटे था।

बिजली उत्पादन में वृद्धि, लेकिन मांग बढ़ी है

भारत में इस समय बिजली उत्पादन में कोई कमी नहीं है। देश में कुल 462 गीगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है, जो कि पूरे देश की बिजली आपूर्ति के लिए पर्याप्त है। हाल ही में, केंद्रीय मंत्री ने संसद में बताया कि साल 2024 के अप्रैल से दिसंबर तक देश की बिजली की कुल मांग 1,280,037 मेगावाट थी, जबकि बिजली विभाग ने 1,278,565 मेगावाट सप्लाई किया। इसमें महज 1,472 मेगावाट की कमी रही।

पीक डिमांड पर सरकार का फोकस

हर साल पीक डिमांड यानी अधिकतम बिजली की मांग में बढ़ोतरी हो रही है। 2019-20 में देश में 1,83,804 मेगावाट की पीक डिमांड थी, जो अब 2024-25 तक बढ़कर 2,49,856 मेगावाट हो गई है। हालांकि, सरकार ने यह भी बताया कि सरकार पीक डिमांड को पूरा करने में बेहतर हो रही है। 2019-20 में जहां 1,271 मेगावाट की डिमांड को पूरा नहीं किया जा सका था, वहीं 2024-25 तक यह आंकड़ा घटकर महज 2 मेगावाट रह गया है। इसका मतलब यह है कि सरकार अब पीक डिमांड के समय भी बिजली आपूर्ति की स्थिति को बेहतर बनाने की दिशा में काम कर रही है।

24 घंटे बिजली देने के लिए सरकार की योजना

सरकार का कहना है कि 2032 तक भारत में बिजली उत्पादन क्षमता को 874 गीगावाट तक बढ़ा लिया जाएगा। यदि यह लक्ष्य पूरा हो गया, तो 24 घंटे बिजली की आपूर्ति संभव हो सकेगी। इसके साथ ही, सरकार पनबिजली और न्यूक्लियर पावर प्रोजेक्ट्स पर भी फोकस कर रही है।

पनबिजली परियोजना और न्यूक्लियर प्रोजेक्ट्स पर काम जारी

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि सरकार पनबिजली परियोजना पर भी काम कर रही है, जिसके तहत 1,399 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जाएगा। यह परियोजना 2032 तक पूरी हो जाएगी। इसके अलावा, सरकार 7,300 मेगावाट की परमाणु ऊर्जा क्षमता पर भी काम कर रही है, जो 2029-30 तक पूरी हो जाने की उम्मीद है।

राज्यों के साथ तालमेल बनाने की योजना

सरकार यह भी योजना बना रही है कि राज्यों के साथ मिलकर एक समिति बनाई जाए, जिससे बिजली सप्लाई को लेकर कोई कन्फ्यूजन न हो। इसके माध्यम से राज्य और केंद्र सरकार एक साथ मिलकर बिजली आपूर्ति की स्थिति को और बेहतर बनाएंगे।

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