पाकिस्तान और भारत के बीच चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का मुकाबला, जो पाकिस्तान में होने के बावजूद दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला जा रहा था, क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक धमाकेदार पल था। लंबे समय के बाद दोनों टीमें आमने-सामने थीं, और हर किसी की नजरें इस बात पर टिकी थीं कि कौन सी टीम टॉस जीतती है। पाकिस्तान के कप्तान मोहम्मद रिजवान ने टॉस जीत लिया, लेकिन टॉस हारने के साथ भारत ने एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया, वहीं पाकिस्तान के लिए हार के संकेत भी मिल गए।
भारत के नाम रिकॉर्ड: लगातार 12वीं बार टॉस हारा
भारत और पाकिस्तान के बीच इस ग्रुप ए मुकाबले में भारत ने टॉस हारते ही एक नया रिकॉर्ड बना लिया। रविवार 23 फरवरी को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए इस मैच में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा का टॉस कॉल गलत साबित हुआ। रिजवान ने सिक्का उछाला और पाकिस्तान ने टॉस जीत लिया। इस हार के साथ भारत ने वनडे क्रिकेट में लगातार सबसे ज्यादा टॉस हारने का रिकॉर्ड बना लिया है। यह भारत की लगातार 12वीं टॉस हार थी, जो कि 2023 के वर्ल्ड कप फाइनल से शुरू हुआ था। उस मैच में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने टॉस जीता था और उसके बाद से यह सिलसिला जारी है।
टॉस हारने का असर: भारत को मिल सकता है फायदा?
जहां भारत ने टॉस हारकर एक खराब रिकॉर्ड बनाया, वहीं इस सिक्के के खेल ने एक दिलचस्प संकेत भी दिया। पाकिस्तान के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी में भारत और पाकिस्तान के मुकाबलों के इतिहास को देखें तो ऐसा लगता है कि टॉस हारना भारत के लिए शुभ साबित हुआ है। चैंपियंस ट्रॉफी के पिछले 5 मुकाबलों में से 3 बार टॉस जीतने वाली टीम को हार का सामना करना पड़ा है।
2009 में भारत ने टॉस जीता था, लेकिन पाकिस्तान ने मैच जीत लिया। वहीं 2017 के ग्रुप स्टेज में पाकिस्तान ने टॉस जीता था, लेकिन भारत ने मैच अपने नाम किया। उसी साल 2017 में फाइनल में भारत ने टॉस जीता था, लेकिन पाकिस्तान ने मैच के साथ-साथ ट्रॉफी भी जीत ली। इन आंकड़ों को देखकर लगता है कि टॉस हारना भारत के लिए लकी साबित हो सकता है।
भारत और पाकिस्तान के बीच टॉस का खेल
यहां तक कि 2004 में पाकिस्तान ने टॉस जीतकर मैच भी जीत लिया था, जबकि 2013 में भारत ने दोनों – टॉस और मैच – जीतकर अपने नाम किया था। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बार चैंपियंस ट्रॉफी में भारत और पाकिस्तान के बीच यह ट्रेंड जारी रहता है या फिर पाकिस्तान टॉस जीतने के बाद इस बार मैच भी जीतने में कामयाब रहेगा।
भारत और पाकिस्तान के बीच जब भी क्रिकेट मैच होता है तो वो हमेशा हाई-प्रोफाइल और रोमांच से भरपूर होता है, और इस बार का मुकाबला भी कोई अलग नहीं था। हालांकि, टॉस का यह खेल सिर्फ एक छोटा सा पहलू है, लेकिन इसके कारण मैच की दिशा कैसे बदल सकती है, यह भी देखने लायक रहेगा।
क्या टॉस हारना भारत के लिए शुभ साबित होगा?
आखिरकार, भारत के लिए यह सवाल बन गया है कि क्या इस बार भी टॉस हारने का यह ट्रेंड जारी रहेगा? पाकिस्तान को टॉस जीतने के बावजूद कभी-कभी मैच हारते हुए देखा गया है, तो इस बार क्या पाकिस्तान इस बार टॉस जीतकर भी मैच हार जाएगा? हर बार टॉस हारने का भारतीय टीम पर दबाव बढ़ता है, लेकिन शायद यह उसे उसी तरह प्रेरित कर रहा हो जैसा पहले हुआ है।
सच कहें तो इस मैच का परिणाम किसी भी समय बदल सकता है, क्योंकि दोनों टीमें एक-दूसरे को कड़ी टक्कर दे रही हैं। भारतीय खिलाड़ियों का आत्मविश्वास और उनका खेल दिखाता है कि वे किसी भी स्थिति में लडऩे के लिए तैयार हैं। इसी तरह पाकिस्तान को भी अपनी रणनीतियों पर ध्यान देना होगा और मैच के दौरान सतर्क रहना होगा, ताकि वे टॉस जीतने के बाद भी मैच जीत सकें।