केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने तमिलनाडु में बीजेपी के चुनावी समीकरण को मजबूत करने के लिए अहम कदम उठाए हैं। उन्होंने राज्य के कोयंबटूर, तिरुवन्नामलाई और रामनाथपुरम में बीजेपी जिला कार्यालयों का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने भरोसा जताया कि 2026 में तमिलनाडु में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सरकार बनेगी और पार्टी इस राज्य में अपनी पकड़ी मजबूत करेगी। अमित शाह ने कहा कि यह उम्मीद दिल्ली, हरियाणा और महाराष्ट्र में बीजेपी की हालिया जीत से और भी मजबूत हुई है।
शाह ने तमिलनाडु में पार्टी कार्यालय को बताया मंदिर
अमित शाह ने इन कार्यालयों के उद्घाटन के दौरान कहा, “बाकी सभी राजनीतिक दलों के लिए पार्टी कार्यालय सिर्फ एक ऑफिस होता है, लेकिन हमारे लिए यह एक मंदिर जैसा है, जहां से हम पार्टी का संचालन करते हैं।” उनके मुताबिक, 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे और बीजेपी का राष्ट्रव्यापी प्रभाव और भी मजबूत होगा। शाह ने यह भी कहा कि 2024 में ओडिशा में पहली बार पूर्ण बहुमत से बीजेपी की सरकार बनेगी और आंध्र प्रदेश में भी एनडीए की सरकार बनेगी।
तमिलनाडु में बीजेपी का एजेंडा: भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार को खत्म करना
अमित शाह ने तमिलनाडु में बीजेपी के लिए अपनी रणनीति का खुलासा करते हुए कहा, “2026 में एनडीए की सरकार बनेगी और यह नई सरकार राज्य के लिए नए युग की शुरुआत होगी।” उन्होंने राज्य में भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार को खत्म करने का वादा किया। साथ ही, शाह ने यह भी कहा कि बीजेपी तमिलनाडु में उन लोगों को सत्ता से बाहर करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं।
तमिलनाडु में कानून व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक: शाह
अमित शाह ने राज्य की कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि तमिलनाडु में महिलाएं भी अब सुरक्षित नहीं हैं, खासकर प्रमुख विश्वविद्यालयों और संस्थानों में। उन्होंने एक उदाहरण देते हुए कहा कि वेंगईवायल कांड के दोषी आज तक गिरफ्तार नहीं हो पाए हैं, और यह 700 दिन से अधिक का समय बीत चुका है। शाह ने आरोप लगाया कि तमिलनाडु के डीएमके नेता भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। उनके अनुसार, एक नेता नौकरी के लिए पैसे लेने के आरोप में फंसा है, दूसरे मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध रेत खनन में शामिल हैं, और तीसरे पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है।
तमिलनाडु को लेकर मुख्यमंत्री एमके स्टालिन का दावा खारिज
अमित शाह ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन द्वारा किए गए उस दावे को भी खारिज किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि जनगणना के आधार पर परिसीमन होने पर राज्य को आठ लोकसभा सीटों का नुकसान होगा। इस पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि तमिलनाडु एक भी संसदीय सीट नहीं खोएगा, और राज्य का हक हर हाल में सुरक्षित रहेगा।
यूपीए शासन में तमिलनाडु के साथ हुआ अन्याय: शाह
अमित शाह ने यह भी कहा कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री अक्सर यह दावा करते हैं कि राज्य को केंद्र सरकार के हाथों अन्याय का सामना करना पड़ा है, लेकिन जब यूपीए और एनडीए शासनकाल के दौरान वितरित धन का तुलनात्मक अध्ययन किया गया तो यह साफ हो गया कि तमिलनाडु के साथ यूपीए सरकार के दौरान ही ज्यादा अन्याय हुआ था। शाह ने कहा, “जब यूपीए सत्ता में थी, तब तमिलनाडु को जितना पैसा मिलना चाहिए था, वह नहीं मिला। एनडीए सरकार ने राज्य को न्याय दिया है और आगे भी तमिलनाडु को सशक्त बनाए रखने की दिशा में काम करती रहेगी।”
बीजेपी की तमिलनाडु में बढ़ती ताकत, शाह ने दिया विजयी संदेश
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने तमिलनाडु में बीजेपी के विस्तार और राज्य में एनडीए की सरकार बनाने का मजबूत संदेश दिया है। उन्होंने पार्टी कार्यालयों के उद्घाटन के दौरान कहा कि 2026 में तमिलनाडु में बीजेपी की सरकार बनेगी और राज्य में चल रही भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार की राजनीति को खत्म किया जाएगा। शाह का यह दावा बीजेपी के तमिलनाडु के चुनावी समीकरण को ध्यान में रखते हुए एक मजबूत सियासी चाल मानी जा रही है, जिससे पार्टी 2026 में राज्य में अपना प्रभाव बनाने की योजना पर काम कर रही है।