होली का त्योहार रंगों, खुशियों और उत्साह का प्रतीक है। यह त्योहार न सिर्फ बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश देता है, बल्कि यह हमें एक-दूसरे के करीब लाने का भी काम करता है। होली के दिन लोग गिले-शिकवे भूलाकर एक-दूसरे को गले लगाते हैं, रंग लगाते हैं और मस्ती करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि होली के दिन कुछ गलतियां ऐसी भी होती हैं, जो आपके लिए भारी पड़ सकती हैं? ये गलतियां न सिर्फ देवी-देवताओं को नाराज कर सकती हैं, बल्कि आपकी कुंडली में ग्रह दोष भी पैदा कर सकती हैं। आइए जानते हैं होली के दिन किन बातों का खास ख्याल रखना चाहिए।
1. गंदे और फटे कपड़े पहनना: मां लक्ष्मी हो सकती हैं नाराज
होली के दिन कई लोग पुराने और फटे कपड़े पहनकर रंग खेलते हैं। लेकिन धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ऐसा करना अशुभ माना जाता है। श्री कृष्ण किंकर जी महराज के मुताबिक, होली एक पवित्र त्योहार है और इस दिन साफ-सुथरे और अच्छे कपड़े पहनने चाहिए। गंदे या फटे कपड़े पहनने से मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं, जिससे आपको आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
क्या करें:
- होली के दिन नए या साफ-सुथरे कपड़े पहनें।
- होली के बाद कपड़ों को अच्छी तरह धोकर साफ करें।
2. महिलाओं और बुजुर्गों का अनादर: देवी-देवताओं को लगता है ठेस
होली का त्योहार प्रेम और सद्भाव का प्रतीक है। इस दिन किसी भी महिला या बुजुर्ग का अनादर करना अशुभ माना जाता है। हमारी संस्कृति में महिलाओं को देवी का दर्जा दिया गया है और बुजुर्गों का सम्मान करना हमारा कर्तव्य है। होली के दिन अगर आप किसी महिला या बुजुर्ग का अपमान करते हैं, तो इससे देवी-देवता नाराज हो सकते हैं और आपके जीवन में कई तरह की परेशानियां आ सकती हैं।
क्या करें:
- महिलाओं और बुजुर्गों का सम्मान करें।
- होली के दिन उनके साथ प्यार और आदर से पेश आएं।
3. नशा और तामसिक चीजों का सेवन: ग्रह दोष का खतरा
होली के दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है और यह त्योहार हमारी संस्कृति की पवित्रता का प्रतीक है। इस दिन शराब, मांस और अन्य तामसिक चीजों का सेवन करना अशुभ माना जाता है। तामसिक पदार्थों का सेवन करने से न सिर्फ ग्रह दोष उत्पन्न होते हैं, बल्कि यह आपके स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक होता है।
क्या करें:
- होली के दिन सात्विक भोजन करें।
- नशीले पदार्थों से दूर रहें।
4. किसी का अपमान करना: देवी-देवताओं की क्रोध का शिकार
होली का त्योहार एकता और भाईचारे का संदेश देता है। इस दिन किसी का अपमान करना या उसे शर्मिंदा करना अशुभ माना जाता है। ऐसा करने से देवी-देवता नाराज हो सकते हैं और आपको उनकी क्रोध का शिकार होना पड़ सकता है।
क्या करें:
- होली के दिन सभी के साथ प्यार और सम्मान से पेश आएं।
- किसी को भी शर्मिंदा करने से बचें।
5. पर्यावरण को नुकसान पहुंचाना: प्रकृति का हो सकता है प्रकोप
होली के दिन कई लोग पानी की बर्बादी करते हैं, जानवरों को रंग लगाते हैं या केमिकल युक्त रंगों का इस्तेमाल करते हैं। यह सब पर्यावरण के लिए हानिकारक है। हमारा जीवन प्रकृति से जुड़ा है और प्रकृति के बिना हमारा अस्तित्व संभव नहीं है। होली के दिन पर्यावरण को नुकसान पहुंचाना अशुभ माना जाता है।
क्या करें:
- प्राकृतिक रंगों का इस्तेमाल करें।
- पानी की बर्बादी न करें।
- जानवरों को रंग लगाने से बचें।
होली का आध्यात्मिक महत्व
होली का त्योहार भगवान कृष्ण और राधा रानी की लीलाओं से जुड़ा है। मथुरा और वृंदावन में होली की खास अहमियत है। यहां होली को प्रेम और आनंद का प्रतीक माना जाता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, भगवान कृष्ण और राधा रानी गोपियों और सखाओं के साथ होली का आनंद लेते थे। इसलिए होली के दिन प्रेम और सद्भाव का संदेश फैलाना चाहिए।